यह क्या! टर्मिनल और प्रयागराज जंक्शन पर प्लेटफार्म बनाने के लिए बजट में महज एक हजार रुपये
जितनी रकम में आज एक जोड़ी जूते भी सही ढंग के नहीं मिलते हैं उतने पैसे में क्या कोई रेलवे प्लेटफार्म तैयार हो सकता है। आम बजट में प्रयागराज जंक्शन के सिविल लाइंस साइड में प्लेटफार्म नंबर 11 बनाने के लिए मात्र एक हजार रुपये आवंटित हुए हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। आखिर एक हजार रुपये में क्या किया जा सकता है। जितनी रकम में आज एक जोड़ी जूते भी सही ढंग के नहीं मिलते हैं, उतने पैसे में यानी महज एक हजार रुपये में क्या कोई रेलवे प्लेटफार्म तैयार हो सकता है। इसमें तो करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। मगर सच यही है कि हाल में ही जारी आम बजट में प्रयागराज जंक्शन के सिविल लाइंस साइड में प्लेटफार्म नंबर 11 बनाने के लिए इस वित्तीय वर्ष में मात्र एक हजार रुपये आवंटित हुए हैं। इतना ही नहीं छिवकी रेलवे स्टेशन को टर्मिनल के रूप में विकसित करने के लिए भी सिर्फ एक हजार रुपये मिले हैं। हालांकि कहा जा रहा है कि यह रकम प्रतीकात्मक तौर पर बजट में जारी हुई है।
पिंक बुक में किया गया है इसका जिक्र
वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए बजट के बाद उत्तर मध्य रेलवे एनसीआर की पिंक बुक में इस बात का जिक्र है। आश्चर्यजनक तरीके से सौ से अधिक कार्यों के लिए एक-एक हजार रुपये आवंटित हुआ है। इस रकम से 830 प्रोजेक्ट पर काम होगा। इसमें अधिकांश कार्य पुराने हैं, जिन पर कार्य चल रहा है। उम्मीद है कि एक हजार बजट मिलने वाले कार्य आगे जिंदा रहेंगे। इस बार एनसीआर को 2022-23 के लिए 51.23 अरब रुपये से अधिक का बजट मिला है। जिससे नई लाइन, गेज परिवर्तन, दोहरी लाइन, यातायात सुविधाएं, संरक्षा कार्य, ब्रिज, ट्रैक नवीनीकरण, सिग्नल, कर्मचारी-उपभोक्ता कल्याण आदि कार्य होने हैं।
इन प्रोजक्ट के लिए एक-एक हजार रुपये मिले
- सूबेदारगंज स्टेशन के उन्नयन के लिए
- इरादतगंज में अतिरिक्त गुड्स शेड लूप लाइन और पैदल पार पुल के लिए
- मंडल में सुपर फास्ट धुलाई लाइन सवारी गाड़ी गर्त लाइन के उन्नयन
- कर्मचारी कल्याण के लिए प्रयागराज में 140 आवासों में बदलाव हेतु
- प्रयागराज में 24 एक मंजिला मकान और छह विशेष मकानों के निर्माण के लिए
- प्रयागराज में टाइप वन के 61 आवास, टाइप द्वितीय के 50 व टाइप तृतीय के 10 आवासों में बदलाव हेतु
- सूबेदारगंज में टाइप पांच के 20 आवासों का निर्माण
- सुबेदारगंज में सामुदायिक भवन के लिए एक हजार
- सूबेदारगंज में खेल परिसर के लिए
- मंडल के दो हजार कर्मचारी आवासों में पुन: तार बिछाना
- मंडल की कालोनियों को जलापूर्ति हेतु प्रयुक्त डीजल जरनेटरों सेटों में बदलाव
- केंद्रीय चिकित्सालय की नई इमारत में दूसरा तल निर्माण
- प्रयागराज में जल निकासी, सीवरेज प्रणाली, सड़कों का सुधार और पोली विनाइल कार्बोनेट पानी की टंकियों का प्रावधान
- छिवकी में यात्री सुविधाओं के उन्नयन हेतु
एनसीआर में चार नई लाइनें
एनसीआर में चार नई लाइनों के लिए मात्र चार हजार रुपये आवंटित हुए हैं। इसमें गुना-इटावा, बरास्ता शिवपुर - ग्वालियर भिंड के 348.25 किमी रूट। इटावा-मैनपुरी 57.5 किमी। आगरा-इटावा, बरास्ता फतेहाबाद व बाह तक 110 किमी। रार्बट्सगंज -मुगलसराय, बरास्ता मधुपुर, सुकृत, अहरोरा 70 किमी के रूट के लिए एक-एक हजार रुपये मिले हैं।