प्रयागराज में नैनी थाना प्रभारी समेत पांच पुलिसवाले निलंबित, जैकी गैंग और सट्टेबाज से मिलीभगत का शक
अब जैकी गैंग के पकड़े जाने पर जब पुलिस की लापरवाही सामने आई तो एसएसपी अजय कुमार ने नैनी थाना प्रभारी कुशलपाल सिंह और दो दारोगा समेत पांच पुलिसवालों को निलंबित कर दिया है। यह भी जांच होगी कि इन पुलिसवालों का अपराधियों से कनेक्शन कितना गहरा था।

प्रयागराज, जेएनएन। होटलों और बरात घरों में चोरी करने वाले जैकी गैंग के अपराधी नैनी में सट्टा किंग पंकज सिंह के घर में छिपे थे लेकिन पुलिसवालों को भनक नही लगी। यह वही पंकज सिंह है जिसके साथ एडीजी के एसओजी प्रभारी वृंदावन राय का गलबहियां करते वीडियो वायरल हुआ था। वृंदावन भी पंकज और बाकी अपराधियों के प्रति आंखें मूंद रहे जबकि जनपद पुलिस उनकी तलाश में एमपी में भटक रही थी। अब जैकी गैंग के पकड़े जाने पर जब पुलिस की यह लापरवाही सामने आई तो एसएसपी अजय कुमार ने नैनी थाना प्रभारी कुशलपाल सिंह और दो दारोगा समेत पांच पुलिसवालों को निलंबित कर दिया है। यह भी जांच होगी कि इन पुलिसवालों का अपराधियों से कनेक्शन कितना गहरा था।
पुलिस ने की छापेमारी तो फरार हो गया सट्टा किंग
12 मई को सिविल लाइंस के होटल में जज के भाई की शादी समारोह में चोरी करने वाले अपराधियों के बारे में पता चला कि वे मध्य प्रदेश के जैकी गैंग से जुड़े है। इस गैंग के अपराधी अलग-अलग राज्यों में जाकर शादी समारोहों में चोरी करते हैं। छानबीन के दौरान जानकारी मिली कि जैकी गैंग नैनी में सट्टेबाज पंकज सिंह के किराए के घर में शरण लेता है। इस बारे में गोपनीय जानकारी जुटाकर पुलिस ने छापेमारी की तो जैकी गैंग के अपराधी पकड़ में आ गए लेकिन सट्टेबाज पंकज समेत कई लोग फरार हो गए।
10 महीने से टिके अपराधियों से कितना गहरा नाता पुलिसवालों का
जब एसएसपी को पता चला कि जैकी गैंग के अपराधी मध्य प्रदेश से आकर 10 महीने से नैनी के चक रघुनाथ नगर मोहल्ले में कुख्यात पंकज सिंह के मकान में टिका था तो वे बेहद नाराज हुए। 10 महीने से यह गैंग अपराधी के घर में शरण लेकर घटनाएं अंजाम दे रहा था लेकिन नैनी थाने की पुलिस को भनक तक नहीं लगी। इसे घोर लापरवाही और काम के प्रति उदासीनता माना गया। एसएसपी ने इस निकम्मेपन पर थाना प्रभारी नैनी कुशलपाल सिंह, 02 दारोगाओं आशीष यादव और यशकरन यादव, 02 बीट आरक्षी अजीत प्रजापति तथा मिश्री लाल पर निलंबन की कार्यवाही की गई है।
थाना प्रभारी के साथ ही चौकी प्रभारियों और बीट के सिपाहियों को भी कुछ पता न चलना संभव नहीं है। ऐसे में पुलिसवालों की अपराधियों से मिलीभगत की आशंका है। एसएसपी का कहना है कि सरकारी कार्यों में जान बूझकर लापरवाही करने वाले, जनता से ख़राब व्यवहार करने वाले और भ्रष्टाचारी, कदाचारी, अपराधियों, दबंगों, जुआरियों, सट्टेबाज़ों तथा दलालों से साठगांठ रखने वाले पुलिसकर्मियों को किसी भी सूरत में क़तई बख़्शा नहीं जाएगा।
Edited By Ankur Tripathi