Prayagraj Development Authority की उदासीनता, 25 दिन बाद भी सिविल लाइंस से नहीं हटाया गया तोड़े गए मकान का मलबा
प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम ने नौ जनवरी को सिविल लाइंस में सुभाष चौराहे के निकट पेट्रोल पंप के पीछे तीन दुकानों को बुल्डोजर से ढहवा दिया था। तब से तोड़ी गईं दुकानों का मलबा वहीं पड़ा है। इससे दुकानदारों के साथ ही लोगों को परेशानी हो रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज शहर के सिविल लाइंस क्षेत्र में महात्मा गांधी मार्ग पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने 25 दिन पहले दुकानों को तोड़ा था। उन दुकानों के मलबे अब तक नहीं हटाया जा सका है। इससे वहां टीन शेड टूटे और बिखरे पड़े हैं। दुकानों के सामने मलबा पड़ा होने से दुकानदारों और ग्राहकों को असुविधा का सामना करना पड़ता है।
तीन दुकानों को तोड़ा गया था
प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम ने नौ जनवरी को सुभाष चौराहे के निकट पेट्रोल पंप के पीछे तीन दुकानों को बुल्डोजर से ढहवा दिया था। दुकानों को गिरवाने के दौरान जमकर बवाल हुआ था। कुछ दुकानदारों द्वारा प्राधिकरण के जेई के साथ मारपीट करने के साथ जोनल अधिकारी पर भी हमला करने की कोशिश की गई थी। जोनल अधिकारी के गनर से उसका सरकारी असलहा भी छीनने का प्रयास हुआ था। बवाल बढऩे पर पुलिस ने लाठियां भांजी थी। जिसमें दो व्यापारियों को चोटें आई थीं।
पीडीए ने मलबा को नहीं हटवाया
इस मामले में एक व्यापारी को पकड़कर पुलिस थाने भी उठा ले गई थी। इसकी वजह से सिविल लाइंस थाने का घंटों घेराव भी व्यापारियों द्वारा किया गया था। रात तक चली पंचायत के बाद मामला शांत हुआ था। प्रकरण में दोनों पक्षों से मुकदमा नहीं दर्ज कराया गया था लेकिन, पुलिस ने अपनी तरफ से रिपोर्ट दर्ज की थी। बवाल के कारण पीडीए टीम ने उस रोज मलबे को नहीं हटवाई थी और अब उसे हटवाना वह भूल गई।
व्यापारियों ने पीडीए के अधिकारियों से की मांग
इसकी वजह से 25 दिन के बाद भी वहां मलबा जस का तस पड़ा है। स्थानीय व्यापारियों ने इस ओर प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अफसरों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मलबा हटवाने की मांग की हैं।