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प्रयागराज के चर्मरोग विशेषज्ञ डॉ एके बजाज की कोरोना वायरस ने ली जान, मेदांता अस्पताल में थमी सांस

त्वचा यौन एवं कुष्ठ रोग विशेषज्ञ डॉ. एके (अशोक कुमार) बजाज नहीं रहे। चार जनवरी को वे कोरोना वायरस पॉजिटिव हुए थे और मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। वह 24 दिसंबर को 75 वर्ष के हुए थे। उनकी पत्नी डॉ.सरिता बजाज भी मेदांता में भर्ती हैं

By Ankur TripathiEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 05:37 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 05:37 PM (IST)
प्रयागराज के चर्मरोग विशेषज्ञ डॉ एके बजाज की कोरोना वायरस ने ली जान, मेदांता अस्पताल में थमी सांस
डॉ. एके बजाज के निधन से चिकित्सा जगत में शोक व्याप्त हो गया।

प्रयागराज, जेएनएन। जानेमाने त्वचा, यौन एवं कुष्ठ रोग विशेषज्ञ डॉ. एके (अशोक कुमार) बजाज नहीं रहे। चार जनवरी को वे कोरोना वायरस पॉजिटिव हुए थे और मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। वह 24 दिसंबर को 75 वर्ष के हुए थे। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनकी पत्नी डॉ.सरिता बजाज भी मेदांता में भर्ती हैं, लेकिन स्थिति खतरे से बाहर है। डॉ. एके बजाज के निधन से चिकित्सा जगत में शोक व्याप्त हो गया। पन्नालाल रोड स्थित निवास पर दिन भर लोग पहुंचते रहे। 

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चर्मरोग विशेषज्ञों में थे बड़ी शख्सियत

डॉ. एके बजाज चर्मरोग विशेषज्ञों में राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी शख्सियत थे। वे इंटरनेशनल एसोसिएशन आफ डर्मोलॉजिस्ट के अध्यक्ष थे और सेवाकाल में स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में त्वचा एवं चर्मरोग विभागाध्यक्ष रहे। 1997 में उन्होंने वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) ले लिया। तब से पन्नालाल रोड स्थित निवास पर क्लीनिक बनाकर मरीजों का इलाज करते थे। 

पानीपत में हुआ था जन्म

वह वैसे तो 1969 में मेडिकल कालेज प्रयागराज (तब इलाहाबाद) आए थे लेकिन जन्म 75 वर्ष पहले पानीपत में हुआ था। इनके पूर्वज लाहौर (पाकिस्तान) से आकर पानीपत में बस गए थे। डॉ. बजाज ने रोहतक से एमबीबीएस कर एम्स दिल्ली से एमडी डर्मिटोनॉलॉजी की डिग्री ली थी। उनकी पत्नी डॉ. सरिता बजाज जिले की पहली एंडी क्रोमोनॉलॉजिस्ट हैं और स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में मेडिसिन विभागाध्यक्ष हैं। 

विदेश में रहती हैं दो बेटियां

डॉ. बजाज की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी नेहांजलि अमेरिका में एक निजी कंपनी मेें इंजीनियर हैं तो छोटी बेटी निशिका बजाज मॉरीशस में साफ्टवेयर इंजीनियर हैं। 

प्रयागराज नहीं लाया जाएगा शव

डॉ. बजाज के क्लीनिक स्टाफ राजेंद्र कुमार कनौजिया ने बताया कि शव प्रयागराज नहीं लाया जाएगा। दिल्ली या पानीपत में अन्त्येष्टि की जाएगी। हालांकि यह निर्णय नेहांजलि बजाज के शुक्रवार को भारत पहुंचने पर लिया जाएगा। 

सुबह साढ़े आठ बजे आई सूचना 

क्लीनिक पर 37 साल से कार्यरत मैनेजर राजेंद्र कुमार कनौजिया ने बताया कि साहब की तबीयत नाजुक थी। गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे फोन से बताया गया कि साहब (डॉ. बजाज) नहीं रहे। बताया कि उन्होंने क्लीनिक के सभी कर्मचारियों को परिवार के सदस्य की तरह हमेशा रखा।  


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