Prayagraj Coronavirus News: संक्रमण की कम हुई आफत, नर्सिंग होम देने लगे राहत, कोविड प्रोटोकाल के साथ ओपीडी शुरू
Prayagraj Coronavirus News नर्सिंग होम में जाने के लिए प्रवेश द्वार पर रस्सी लगाई गई। जिससे कि अनावश्यक लोगों को अस्पताल में भीड़ लगाने से रोका जा सके। अस्पतालों में भीड़ नहीं लगाना है इसके संदेश भी प्रसारित होते रहे।
प्रयागराज,जेएनएन। कोविड प्रोटोकाल के संबंध में दिशा निर्देशों और नियम पालन के साथ शुक्रवार से सभी नर्सिंग होम में चिकित्सा की गाड़ी पटरी पर आ गई। दूसरी बीमारियों के इलाज की सहूलियत मिलने से उन्हें बड़ी राहत पहुंची है जो करीब डेढ़ महीने से बिस्तर पर थे और किसी तरह डाक्टर से फोन पर संपर्क कर स्वजन उनका इलाज करा रहे थे। अस्पतालों की ओपीडी में पहले जैसी भीड़ जुटी। इनमें शहरियों की अपेक्षा गांव से ज्यादा लोग आए। कोविड हेल्प डेस्क भी बनने से अस्पताल आने वाले लोगों की मदद हुई।
नगर क्षेत्र व आसपास सटे इलाकों में करीब 250 नर्सिंग होम हैं। इनमें अधिकांश संचालित तो रहे लेकिन कोरोना संक्रमण के भय के चलते ओपीडी ठप रही। डाक्टरों, चिकित्सा स्टाफ और मरीजों से संक्रमण एक दूसरे में न फैले इस वजह से स्वास्थ्य महकमे ने भी ओपीडी ठप रहने में ढील दी। लेकिन कोरोना का असर अब कम हो गया है। प्रत्येक दिन मिलने वाले नए संक्रमितों की संख्या 100 से कम हो गई है। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बैठक में स्थितियों का आंकलन करते हुए सभी नर्सिंग होम में ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए थे।
कहीं लगाई रस्सी कहीं डाक्टर पर्दे में
नर्सिंग होम में जाने के लिए प्रवेश द्वार पर रस्सी लगाई गई। जिससे कि अनावश्यक लोगों को अस्पताल में भीड़ लगाने से रोका जा सके। अस्पतालों में भीड़ नहीं लगाना है इसके संदेश भी प्रसारित होते रहे। जबकि ओपीडी में जो भी डाक्टर बैठे उनके और मरीजों के बीच में पारदर्शी प्लास्टिक का पर्दा लगा रहा। डाक्टर मास्क और फेस शील्ड लगाए रहे।
सहूलियत मिलेगी, भीड़ न लगाएं
इलाहाबाद नर्सिंग होम एंड प्राइवेट डाक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव डा. सुशील सिन्हा ने बताया कि नर्सिंग होम का संचालन बंद नहीं हुआ था। कोविड संक्रमण फैलने से रोकने के लिए ओपीडी कुछ दिन तक ठप रही। लोगों को अस्पतालों में चिकित्सा की सभी सहूलियतें मिलेंगी बशर्ते कोई भीड़ न लगाए। अस्पताल आएं तो मास्क जरूर लगाए रहें। मरीज के साथ वही तीमारदार हो जिसे उसकी बीमारी, पहले हुए इलाज और संबंधित दवा या रिपोर्ट के बारे में जानकारी हो।
सरकारी अस्पतालों में भी कवायद
कोरोना के संक्रमण की रफ्तार काफी धीमी हो चुकी है। इससे सरकारी अस्पतालों में भी ओपीडी की तैयारी होने लगी है। संभावना जताई जा रही है कि मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (काल्विन अस्पताल) में ओपीडी की शुरुआत सबसे पहले होगी। अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. सुषमा श्रीवास्तव ने कहा कि आकस्मिक सेवाएं पहले से चल रही हैं। वार्ड में पोस्ट कोविड मरीज भर्ती हैं। अगर ओपीडी शुरू करने का आदेश शासन और सीएमओ के स्तर से होता है तो उसे शुरू किया जाएगा।