Prayagraj Coronavirus News : कहीं भारी न पड़ जाए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लाइब्रेरियन की बर्थडे पार्टी
कोरोना वायरस से इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष और पुस्तकालय अध्यक्ष भी संक्रमित हैं। पुस्तकालय अध्यक्ष के घर बर्थडे पार्टी भी हुई थी।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के लाइब्रेरियन का 12 जून को बर्थडे था। इविवि में बर्थडे पार्टी मनाई गई थी। तमाम प्रशासनिक अफसर और शिक्षकों के साथ कर्मचारी उन्हें बधाई देने पहुंचे थे। वहीं कोरोना वायरस से संक्रमित प्रोफेसर भी कुलपति कार्यालय से लेकर रजिस्ट्रार के दफ्तर तक पहुंचे थे। इसी बीच शुक्रवार को लाइब्रेरियन और प्रोफेसर में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई। इसकी भनक लगते ही बर्थडे पार्टी मनाने वाले और प्रोफेसर से मिलने वालों ने खुद को क्वारंटाइन करना शुरू कर दिया है। अब सभी को चिंता सता रही है कि कहीं बर्थडे पार्टी भारी न पड़ जाए।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी पहुंचा कोरोना
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) से शोध करने वाले विश्वदीपक त्रिपाठी की लापरवाही के चलते इविवि में भी कोरोना वायरस पहुंच गया। जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष और पुस्तकालय अध्यक्ष शुक्रवार को कोरोना संक्रमित पाए गए। अशोक नगर में रहने वाले विश्वदीपक त्रिपाठी आठ जून को अपने आइपीएस दोस्त सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज से मिलने उनके कैंप कार्यालय पहुंचे थे। 10 जून को कोरोना के लक्षण दिखने पर विश्वदीपक ने जांच कराई तो 12 जून को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। आननफानन में 12 जून को आइपीएस ने भी जांच कराई तो 15 जून को उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। इसके बाद विश्वदीपक से मिलने वाले इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय से जुड़े शिक्षकों ने भी जांच कराई तो उनकी रिपोर्ट भी शुक्रवार को पॉजिटिव आई।
विश्वदीपक ने कहा-खुद नहीं मालूम कि कैसे संक्रमित हुए
इविवि से शोध करने के बाद जेएनयू से एमफिल करने वाले विश्वदीपक त्रिपाठी एक मार्च को दिल्ली गए थे। वहां से वह नौ मार्च को ही वापस अशोक नगर स्थित घर आ गए। इसके बाद 15 मार्च को वह वाराणसी के सुंदरपुर में रहने वाले भाई से मिलने गए। विश्वदीपक ने बताया कि वह सब्जी लेने अशोक नगर और राजापुर जाते थे। इसके अलावा बीच में तकलीफ होने पर कटरा में एक होम्योपैथिक दवा की दुकान पर दवा लेने गए थे। फिर गैस की पाइप और रेग्युलेटर खराब होने पर उसे ठीक कराने राजापुर गए थे। विश्वदीपक कहते हैं कि उन्हें खुद नहीं मालूम कि वह कैसे संक्रमित हुए।
फल के ठेले के पास इविवि के लाइब्रेरियन से हुई थी मुलाकात
विश्वदीपक बताते हैं कि छह जून की शाम लक्ष्मी टॉकीज चौराहे पर उनकी मुलाकात एक फल के ठेले के पास इविवि के लाइब्रेरियन से हुई थी। फिर सात जून को विश्वदीपक प्रोफेसर के घर गए थे। फिर आठ जून को आइपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध से मिलने उनके कैंप कार्यालय गए थे। 10 जून को कोरोना के लक्षण दिखने पर विश्वदीपक की जांच कराई गई तो 12 जून को वह कोरोना पॉजिटिव निकले। इसके बाद प्रोफेसर और लाइब्रेरियन और प्रोफेसर ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया। हालांकि, दोनों शिक्षक 12 जून तक इविवि आते रहे। लाइब्रेरियन ने तो 12 जून को अपना जन्मदिन भी इविवि में मनाया था। इस बीच दोनों शिक्षक प्रशासनिक अफसरों से भी मिलते रहे।
अब उनकी भी उलझने बढ़ गई हैं
सूत्रों की मानें तो इस बीच प्रोफेसर और लाइब्रेरियन कुलपति और रजिस्ट्रार कार्यालय भी गए थे। 16 जून को आइपीएस की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आने के बाद इविवि के दोनों शिक्षकों ने जांच कराई तो शुक्रवार को वह भी कोरोना संक्रमित निकले। एक छात्रनेता भी इनके संपर्क में लगातार रहे। अब उनकी भी उलझने बढ़ गई हैं।
बोले इविवि के रजिस्ट्रार
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल ने कहा कि प्रोफेसर और लाइब्रेरियन से मिलने वाले इविवि के शिक्षकों और कर्मचारियों ने खुद ही होम क्वारंटाइन कर लिया है। संक्रमण से बचाव के लिहाज से अब इविवि प्रशासन सभी विभागों और कार्यालयों को सेनेटाइज कराएगा।