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Prayagraj Coronavirus News: सतर्कता और हौसले के बलबूते 75 हजार ने दी कोरोना को मात

Prayagraj Coronavirus News कोरोना को हराने में प्रयागराज के लोगोंं ने भी पूरा हौसला रखा। 23 मई तक 75381 लोगों ने कोरोना को टा-टा कर दिया। जिंदगी की जंग जीतने में यहां के लोग सूबे में चौथे स्थान पर रहे।

By Rajneesh MishraEdited By: Published: Tue, 25 May 2021 08:00 AM (IST)Updated: Tue, 25 May 2021 08:00 AM (IST)
Prayagraj Coronavirus News: सतर्कता और हौसले के बलबूते 75 हजार ने दी कोरोना को मात
23 मई तक 75381 लोगों ने कोरोना को हराकर स्‍वस्‍थ हुए।

प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर काफी तकलीफदेह रही। इसकी चपेट में जो आया उसकी जान आफत में रही। लेकिन, यह गर्व करने वाली बात भी है कि कोरोना को हराने में प्रयागराज के लोगोंं ने भी पूरा हौसला रखा। 23 मई तक 75381 लोगों ने कोरोना को टा-टा कर दिया। जिंदगी की जंग जीतने में यहां के लोग सूबे में चौथे स्थान पर रहे। जान उन्हीं की गई जिन्होंने कोरोना को समझने में देरी की। कोई अपनी इम्युनिटी पावर से कोरोना को हराने में सफल रहा, किसी ने डाक्टर की सलाह मानी।

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कोविड से अपनी जान छुड़ाने वालों में सबसे आगे लखनऊ के संक्रमित रहे। वहां 23 मई तक कुल संक्रमित 236483 में 228646 स्वस्थ हो गए। वाराणसी में कुल संक्रमित 83593 में 79157 स्वस्थ हो चुके हैं। कानपुर नगर में 81915 संक्रमित हुए थे जिनमें 78517 ठीक हो गए और प्रयागराज में 77576 संक्रमित हो चुके हैं इनमें 75381 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। इसके बाद क्रमश: मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, गोरखपुर, गाजियाबाद, बरेली, मुरादाबाद, झांसी, सहारनपुर व अन्य जिले हैं।

90 फीसद घटे सक्रिय केस

कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत से चरम पर पहुंचने के दौरान जिले में सक्रिय केस 18 हजार से अधिक पहुंच चुके थे। कोरोना अप्रैल माह में जब पीक पर पहुंचा तो स्वस्थ होने वालों की तादाद भी उतनी ही तेजी से बढ़ी। एक दिन में स्वस्थ होने वालों की संख्या 1500 से भी अधिक पार कर गई थी। अब सक्रिय केस केवल 1361 ही रह गए हैं। गिरावट का यह आंकड़ा 90 फीसद से भी अधिक है।

जल्द स्वस्थ होने की टीकाकरण बड़ी वजह

कोविड-19 के नोडल अफसर डा. ऋषि सहाय का कहना है कि कोरोना संक्रमण का प्रभाव एक जैसा रहा। इससे जो बचे उनके पीछे कई कारण रहे। सबसे बड़ी वजह टीकाकरण है। क्योंकि जिन्हें पहली या दोनों डोज लग चुकी है उनके शरीर मेें बनी एंटीबाडी ने बीमारी की गंभीरता से रोकथाम की। जिन्होंने कोरोना के लक्षण दिखने पर समय रहते कोविड जांच करा ली, घर-घर पहुंचने वाली जांच टीम का सहयोग किया उनका इलाज भी बीमारी की शुरुआत होते शुरू हो गया। ऐसे लोग चाहे अस्पताल में रहे हों या होम आइसोलेशन में। सभी आठ से 10 दिन में स्वस्थ हो गए। सैकड़ों ऐसे लोग भी हैं जिन्हें सर्दी जुकाम, बुखार आया। लेकिन वे एहतियात बरतते रहे। उन्हें कोरोना छूकर निकल गया।


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