Prayagraj Coronavirus Effect : अभिभावकों की मांग, कोरोना कर्फ्यू के दौरान की स्कूलों में फीस माफ हो
Prayagraj Coronavirus Effect जिला महामंत्री शकुंतला शर्मा निशा अग्रहरि व सुधागौड़ ने संयुक्त रूप से कहा कि ऑनलाइन कक्षाओं की वजह से मोबाइल का खर्च बढ़ गया है। डाटा भी भरवाना पड़ रहा है। बच्चों की आंख पर जो दुष्प्रभाव पड़ रहा है वह अलग है।
प्रयागराज,जेएनएन। कई स्कूलों की ओर से लगातार तीन महीने की इकट्ठी फीस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इससे अभिभावक परेशान हैं। उनकी मांग है कि पूरे कर्फ्यू के दौरान की फीस माफ की जाए।
अभिभावक एकता समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजय गुप्ता की अध्यक्षता मेंं गुरुवार को ऑनलाइन बैठक हुई। इसमें इकट्ठी फीस लेने पर नाराजगी जताई गई। कहा गया कि महामारी और बंदी के चलते अभिभावकों के काम धंधे ठप हैं। ऐसे में आर्थिक बोझ डालना स्कूलों की ओर से उचित नहीं है।
फीस न देने पर बच्चों को टेस्ट में बैठने से रोकने की दी जा रही धमकी
महिला शक्ति जिला प्रभारी आशा केसरवानी ने भी कहा कि कर्फ्यू के चलते घर का बजट बिगड़ा चुका है। जिला अध्यक्ष आरती केसरवानी ने कहा कि स्कूलों की ओर से लगातार मोबाइल पर संदेश आ रहा है कि फीस जमा करें। यह भी चेतावनी दी जा रही है कि फीस न देने पर बच्चों को टेस्ट में बैठने से भी रोक जाएगा। कुछ स्कूल तो नाम काटने तक की धमकी दे रहे हैं।
प्रदेश सरकार से फीस कराने की मांग
जिला महामंत्री शकुंतला शर्मा, निशा अग्रहरि व सुधागौड़ ने संयुक्त रूप से कहा कि ऑनलाइन कक्षाओं की वजह से मोबाइल का खर्च बढ़ गया है। डाटा भी भरवाना पड़ रहा है। बच्चों की आंख पर जो दुष्प्रभाव पड़ रहा है वह अलग है। इन सभी चीजों को नजरंदाज कर स्कूल लगातार फीस जमा कराने पर तुले हैं। प्रदेश सरकार को चाहिए कि स्कूलों की फीस माफ करने के लिए निर्देश दे। बैठक में रानी केसरवानी, कलावती गुप्ता, अनीता गुप्ता, सीता देवी, दीपा जायसवाल, ममता शर्मा, खुशबू अग्रहरि आदि मौजूद रहीं।