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Prayagraj Coronavirus Effect : टेलीमेडिसिन सेवा के अब दिखने लगे अच्छे परिणाम, अस्पतालों की भीड़ कम करने में मिली मदद

स्मार्ट मोबाइल फोन में ई-संजीवनी एप डाउनलोड करके टेलीमेडिसिन सेवा का घर बैठे लाभ उठाया जा सकता है। एसआरएन टेलीमेडिसिन सेवा की नोडल अधिकारी डा. ऋचा सिंह ने बताया कि सुबह नौ से शाम पांच तक जनरल ओपीडी और सुबह नौ से दोपहर दो बजे तक स्पेशल ओपीडी चलती है।

By Rajneesh MishraEdited By: Published: Fri, 02 Jul 2021 09:04 PM (IST)Updated: Sat, 03 Jul 2021 03:31 PM (IST)
Prayagraj Coronavirus Effect : टेलीमेडिसिन सेवा के अब दिखने लगे अच्छे परिणाम, अस्पतालों की भीड़ कम करने में मिली मदद
कोरोना काल में अस्पतालों से भीड़ कम करने में टेलीमेडिसिन सेवा कारगर साबित होने लगी है।

 प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना काल में अस्पतालों से भीड़ कम करने में टेलीमेडिसिन सेवा कारगर साबित होने लगी है। एक उदाहरण के रूप में काल्विन अस्पताल का आंकड़ा ही देखें तो 10 मार्च से अब तक 10 हजार से अधिक लोग इस सेवा का घर बैठे लाभ उठा चुके हैं। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज की तरफ से मई में शुरू हुई टेलीमेडिसिन सेवा धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही है। चिकित्साधिकारियों की मानें तो जिस तरह से परिणाम दिख रहे हैं उससे भविष्य में यह सेवा चिकित्सा जगत में मील का पत्थर साबित होगी।

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काल्विन अस्पताल के डाक्टरों से इलाज पा चुके 10 हजार से अधिक लोग

सरकारी अस्पतालों में भीड़ अधिक होने से शारीरिक दूरी के मानक भी टूट जाते हैं। पंजीकरण काउंटर से लेकर ओपीडी कक्ष तक में बीमारों की लाइन लगती है। उसी में तीमारदार भी रहते हैं। ऐसे में बीमारियां तेजी से फैलने की आशंका रहती है। इससे बचने को इसी साल टेलीमेडिसिन सेवा सिलसिलेवार शुरू हुई। सबसे पहले 10 मार्च को मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय यानी काल्विन अस्पताल में, आठ मई को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में, उसी दौरान इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन ने और यूनानी आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज ने भी अपने डाक्टरों से टेलीमेडिसिन सेवा शुरू करा दी।

ई संजीवनी एप से मिलती है सेवा

स्मार्ट मोबाइल फोन में ई-संजीवनी एप डाउनलोड करके टेलीमेडिसिन सेवा का घर बैठे लाभ उठाया जा सकता है। एसआरएन टेलीमेडिसिन सेवा की नोडल अधिकारी डा. ऋचा सिंह ने बताया कि सुबह नौ से शाम पांच बजे तक जनरल ओपीडी और सुबह नौ से दोपहर दो बजे तक स्पेशल ओपीडी चलती है। ई संजीवनी एप पर मरीज को रजिस्ट्रेशन कराना होता है। उसी पर टाइम स्लाट मिलता है। फिर काल नाऊ का विकल्प आता है। इस पर मिले समय पर काल करें तो संबंधित डाक्टर से सीधे संपर्क हो जाता है। फिर आडियो वीडियो काल के जरिए डाक्टर, मरीज की बीमारी व उसकी हिस्ट्री को पूछते हुए उचित दवाएं लिखते हैं। दवाओं की जानकारी भी ई मैसेज से आती है।

घर बैठे मिल रहा इलाज तो उठाएं फायदा

सीएमओ डॉ प्रभाकर राय ने बताया कि जो इलाज घर बैठे मिल सकता है उसके लिए अस्पताल जाना जरूरी नहीं है। अब डाक्टरों की पूरी टीम भी इसके लिए कार्य कर रही है। टेलीमेडिसिन का लोग फायदा उठाना चाहें तो बहुत गंभीर केस में ही उन्हें अस्पताल जाना पड़ेगा।


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