Prayagraj Corona Update एसएसपी प्रयागराज भी कोरोना की चपेट में, बचकर रहिए वरना है खतरा है बड़ा
केस लगातार बढ़ने और पूरे जिले में इसका दायरा होने से स्थिति गंभीर होती जा रही है। ऐसे में सतर्कता की बड़ी आवश्यकता है। अधिकांश घनी आबादी वाले मुहल्ले पाश कालोनी अपार्टमेंट और यहां तक कि अति सुरक्षा में रहने वाले उच्च पदस्थ लोग भी संक्रमित होने लगे हैं
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण का असर इस बार मामूली होने के फेर में बचाव के तरीकों की अनदेखी करने वाले एक बड़े खतरे को आमंत्रण दे रहे हैं। कोरोना अब भी तेजी से बढ़ रहा है और खतरनाक भी होता जा रहा है। बुधवार को एसएसपी/ डीआइजी अजय कुमार समेत 444 लोग संक्रमित हुए जबकि पहले से संक्रमित एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। तीसरी लहर आने के बाद कोरोना से यह चौथी मौत है।
केस लगातार बढ़ने और पूरे जिले में इसका दायरा होने से स्थिति गंभीर भी होती जा रही है। ऐसे में सतर्कता की अब बड़ी आवश्यकता है।कोरोना की जद में पूरा शहर है। अधिकांश घनी आबादी वाले मुहल्ले, पाश कालोनी, अपार्टमेंट और यहां तक कि अति सुरक्षा में रहने वाले उच्च पदस्थ लोग भी संक्रमित होने लगे हैं। बीते दिनों में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज, अधिवक्ता, वरिष्ठ डाक्टर, इंजीनियर और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों का भी संक्रमित होना यह बताता है कि संक्रमण से कोई भी सुरक्षित नहीं है। अस्पतालों में संक्रमितों का इलाज करने के लिए डाक्टर पीपीई किट पहने होने के बावजूद स्वयं को असुरक्षित मान रहे हैं। इसलिए बाहर जो भी भीड़ में कोरोना से बेखौफ और बेफिक्र हैं उनके लिए वायरस को समझना और इससे बचना आवश्यक है।
40 वर्षीय युवक की गई जान
कोरोना से बुधवार को स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में जिस संक्रमित की मौत हुई वह 40 वर्षीय था और डाक्टरों के अनुसार वह पहले से मधुमेह, गुर्दे व हार्ट की बीमारी से ग्रसित था। इतने रोग होते हुए उसे क्षय रोग यानी टीबी भी था।
सक्रिय केस 3000 से ज्यादा
जिले में कोरोना के सक्रिय केस 3000 से ज्यादा हो गए हैं। 444 नए लोगों में संक्रमण हुआ तो बड़ी संख्या में लोग स्वस्थ भी होकर डिस्चार्ज किए गए हैंं।
संक्रमण की रफ्तार थामने का प्रयास
कोविड-19 के नोडल अधिकारी डा. ऋषि सहाय ने बताया कि कोरोना शहर में ज्यादा फैल रहा है, माघ मेले में श्रद्धालुओं पर भी नजर रखी जा रही है। मेला क्षेत्र सुरक्षित रखने की पूरी कोशिश है। शहरी इलाकों में भी प्रयास किया जा रहा है कि संक्रमण ज्यादा न फैले। इसके लिए ट्रेसिंग, टेस्टिंग व ट्रीटमेंट पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है।