प्रयागराज बंद : शॉपिंग मॉल, बाजार और पेट्रोल पंप बंद, सड़कों पर रहा सन्नाटा Prayagraj News
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के आह्वान पर प्रयागराज बंद का शहर में असर दिख रहा है। बंद का व्यापार संगठन आदि का भी समर्थन है। सड़कों पर आवाजाही कम है तो पेट्रोल पंप व बाजार बंद है।
प्रयागराज, जेएनएन। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के आह्वान पर आज यानी मंगलवार को प्रयागराज आज बंद का शहर में व्यापक असर दिख रहा है। बंद के समर्थन में व्यापारी संगठन समेत कई संस्थाओं ने भी साथ दिया है। सुबह से ही पेट्रोल पंप, शहर के सभी प्रमुख बाजार, शॉपिंग मॉल के साथ अधिकांश स्कूल और कॉलेज बंद हैं। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। बंद के मद्देनजर प्रमुख बाजारों व महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था भी तगड़ी है। पुलिस के साथ ही अर्धसैनिक बल भी तैनात हैं। वहीं अधिवक्ताओं ने जुलूस निकालकर अपनी शक्ति का परिचय दिया। प्रयागराज की सड़कों पर पुलिस की गाडिय़ां भी दौड़ी।
बंदी को लेकर यह हैं मांगें, अधिवक्ताओं ने दिखाई ताकत
शहर से स्थानांतरित हुए सरकारी कार्यालयों को वापस लाने, शिक्षा सेवा अधिकरण को प्रयागराज में स्थापित कराने को लेकर अधिवक्ता आंदोलनरत हैं। अनशन जारी रखने के साथ अधिवक्ताओं ने बंदी की पूर्व संध्या पर बाइक जुलूस निकालकर अपनी ताकत दिखाई। अधिवक्ताओं को समर्थन देने के लिए हर संगठन के लोग जुलूस में शामिल हुए। इन्हीं मांगों को लेकर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने मंगलवार को प्रयागराज बंद का आह्वान किया था। इस बंदी में हर संगठन का समर्थन मिला है।
अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत, निकाला जुलूस, जताया विरोध
प्रयागराज बंद के चलते हाई कोर्ट के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से मंगलवार को विरत रहे। वहीं सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ताओं ने वाहन जुलूस हाई कोर्ट के निकट से निकाला। जुलूस शहर के विभिन्न मार्गों में भ्रमण किया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर एकजुटता परिचय देते हुए नारेबाजी की। वहीं डॉ. भीमराव आंबेडकर चौराहा के पास हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के बैनर तले सोमवार को 8वें दिन क्रमिक अनशन जारी रहा। इसका नेतृत्व पूर्व अध्यक्ष अनिल तिवारी ने किया। बार अध्यक्ष राकेश पांडेय ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। बोले, सरकार की गलत नीतियों के चलते अधिकरण को लेकर विवाद खड़ा हुआ है। मौजूदा सरकार प्रयागराज की गरिमा गिराने के लिए यहां से सरकारी कार्यालय बिना सूचना दिए हटा रही है। इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सुभाष चौराहा पर जनसभा
प्रयागराज बंद के दौरान मंगलवार को दोपहर में सुभाष चौराहा सिविल लाइंस में सामूहिक जनसभा हुई। जनसभा में अधिवक्ताओं के अलावा हर संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए। वहीं सेंटर आॅफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू), नार्थ सेंट्रल रेलवे इंम्पाइज संघ (एनसीआरईएस) समेत अन्य संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने भी समर्थन दिया। उन्होंने रैली निकाली।
आदर्श अधिवक्ता संघ का भी समर्थन
आदर्श अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष एससी मिश्र ने बार एसोसिएशन की मुहिम का समर्थन किया है। कैट बार एसोसिएशन के जितेंद्र नायक, देवेंद्र प्रताप सिंह, एलएम सिंह ने बार आंदोलन का समर्थन किया है।
जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष हरिसागर मिश्रा व मंत्री राकेश दुबे ने आम सभा की बैठक कर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के निर्णय का समर्थन किया है। उत्तर प्रदेश टैक्स बार एसोसिएशन के अजय कुमार गुप्ता ने कहा कि अधिवक्ता काला दिवस मनाएंगे और जिलाधिकारी को दोपहर दो बजे ज्ञापन सौंपा जाएगा।
व्यापारी समेत कई संगठनों ने किया बंद का समर्थन
शैक्षिक सेवा अधिकरण व जीएसटी अपीलीय अधिकरण को प्रयागराज से स्थानांतरित किए जाने का विरोध और बंद का व्यापारियों समेत कई संगठनों ने समर्थन किया है। सोमवार को समर्थन में निकाली गई अधिवक्ताओं की बाइक रैली में ट्रांसपोर्टरों ने भी हिस्सा लिया।
शहर के प्रमुख हिस्सों में फोर्स मुस्तैद
इलाहाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के आह्वान पर प्रयागराज बंद के दौरान जिले की फोर्स भी मुस्तैद है। बंद को देखते हुए शहर के प्रमुख बाजारों, प्रमुख स्थानों पर पुलिस, पीएसी और अर्धसैनिक बल तैनात हैं। साथ ही पुलिस की गाडिय़ां भी सड़कों पर दौड़ रही हैं। एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि सिविल लाइंस, चौक, कटरा, धूमनगंज समेत अन्य प्रमुख बाजारों में पुलिस फोर्स तैनात है, ताकि किसी तरह की अव्यवस्था न होने पाए।
कई स्कूल-कॉलेज बंद तो कुछ खुले
बंद को देखते हुए शहर के कई स्कूल और कॉलेजों के प्रबंधन ने मंगलवार को बंद कर दिया है। कई स्कूलों के अभिभावकों के मोबाइल पर मैसेज सोमवार की दोपहर में ही आ गया था तो कई के रात में स्कूल बंद होने का संदेश आया तो कहीं सुबह भी मैसेज आए। हालांकि सूचना के अभाव में कई स्कूलों में बच्चे पहुंचे, लेकिन बंद होने पर उन्हें वापस लौटना पड़ा।
सड़कों पर सवारी वाहनों की आवाजाही कम
बंद का असर सड़काें पर फिलहाल नजर आ रहा है। कई सवारी वाहन अपेक्षाकृत कम चल रहे हैं। ऑटो, विक्रम, ई-रिक्शा भी कम दिख रहे हैं। इससे आवश्यक कार्य से जाने वाले लोगों की दिक्कत हो रही है।
इन्होंने भी किया समर्थन
कैट बार एसोसिशन के उपाध्यक्ष जितेंद्र नायक ने बंद को सफल बनाने की अपील की है। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष योगेश गोयल व मंत्री नवीन अग्रवाल ने भी अधिवक्ताओं का साथ देने का आश्वासन दिया। पूर्व महापौर व कायस्थ पाठशाला के अध्यक्ष चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह ने बंद को पूरी तरह सफल बनाने का आह्वान किया है। आवाहन किया है।
दोपहर तीन बजे तक नहीं चलेंगे टेंपो और विक्रम
इलाहाबाद टेंपो विक्रम टैक्सी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद चंद्र दुबे ने बंद का समर्थन किया है। कहा है कि दोपहर तीन बजे तक टेंपो, विक्रम नहीं चलेंगे। जैक सेवा ट्रस्ट ने भी बैठक की, जिसमें अध्यक्ष सिराज खान ने प्रयागराज बंद का समर्थन किया। व्यापारी एकता समिति के अध्यक्ष विजय गुप्ता ने वकीलों के फैसले का समर्थन किया है।
राज्य सभा सदस्य रेवती रमण ने भी किया समर्थन
राज्य सभा सदस्य कुंवर रेवती रमण सिंह ने अधिवक्ताओं के बंद का समर्थन किया है। कहा कि जब से केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तभी से प्रयागराज के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। सपा नेता ने अपने बयान में कहा है कि आजादी के समय यहां जो भी प्रमुख कार्यालय स्थापित थे उन्हें कहीं और ले जाकर प्रयागराज की गरिमा से खिलवाड़ किया जा रहा है। कहा कि इसके खिलाफ सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ी जाएगी।
शिक्षकों ने अधिवक्ताओं को दिया समर्थन
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं द्वारा प्रस्तावित हड़ताल का समर्थन आक्टा ने भी किया है। आक्टा पदाधिकारियों की हुई आपातकालीन बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रयागराज की जगह लखनऊ में शैक्षणिक ट्रिब्यूनल गठन करना प्रयागराज की गरिमा को कम करना है। अध्यक्ष डॉ. एसपी सिंह ने कहा कि यह स्वीकार्य नहीं है और इस संदर्भ में ऑक्टा पूरी तरह से अधिवक्ताओं के साथ है। महासचिव डॉ. उमेश प्रताप सिंह भी मौजूद रहे।
हाईकोर्ट के बंद का किया समर्थन
राज्य कर्मचारी महासंघ के महामंत्री कड़ेदीन यादव ने कहा कि हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं की मांग जायज है। उनका संगठन हाईकोर्ट अधिवक्ताओं के बंद का समर्थन करता है। बैठक में घनश्याम पांडेय, राधेश्याम यादव, अश्वनी श्रीवास्तव, धीरेंद्र श्रीवास्तव, ब्रजेश प्रताप सिंह, अवधेश यादव आदि मौजूद रहे। वहीं भारतीय ट्रेड यूनियन ने भी बैठक करके बंद का समर्थन किया है। बैठक में नागेश्वर गिरी, राम सागर, अनु सिंह आदि थे।