पैसे लौटाने से बचने के लिए गढ़ी खुद के अपहरण की कहानी, प्रतापगढ़ पुलिस ने किया ढोंगी को गिरफ्तार
प्रतापगढ़ जनपद के लालगंज कोतवाली क्षेत्र के वर्मा नगर से लापता हेम बहादुर के कथित अपहरण के मामले में नया और नाटकीय मोड़ आया है। पता चला कि उसका अपहरण नहीं किया गया था बल्कि उसने खुद अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ जनपद के लालगंज कोतवाली क्षेत्र के वर्मा नगर से लापता हेम बहादुर के कथित अपहरण के मामले में नया और नाटकीय मोड़ आया है। पता चला कि उसका अपहरण नहीं किया गया था बल्कि उसने खुद अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी। पुलिस ने मोबाइल को सर्विलांस पर लगाकर उसकी तलाश शुरू की और रविवार को पकड़ लिया। तब पता चला कि उसने बकाएदारों के पैसे लौटाने से बचने के लिए खुद अपहरण का नाटक किया और 30 लाख रुपये फिरौती के लिए बार-बार पत्नी को फोन और मैसेज कर रहा था।
चार मार्च से था गायब और छका रहा था पुलिस को
वर्मा नगर निवासी हेम बहादुर पुत्र रामजीवन वर्मा के बारे में पुलिस का कहना है कि उसने कई लोगों से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम ले रखी है। नौकरी नहीं लगने पर अब लोग उस पर पैसे वापस करने का दबाव बना रहे है। इसी बीच 4 मार्च को वह घर से निकला और गायब हो गया। फिर उसके मोबाइल नंबर से उसकी पत्नी को मैसेज आए जिसमें कथित तौर पर अपहरण कर्ता की ओर से कहा गया था कि हेमबहादुर को किडनैप कर लिया गया है। 30 लाख रुपए का इंतजाम कर लो नहीं तो हेमबहादुर की लाश भी नसीब नहीं होगी। हेमबहादुर के परिवार ने इस बाबत पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने हेमबहादुर का मोबाइल फोन सर्विलांस पर लगाकर उसकी लोकेशन ट्रेस की। रविवार को उसे लखनऊ से वापस आते वक्त लालगंज में पकड़ लिया गया। इसके बाद पूछताछ की गई तो हेमबहादुर ने कुबूला कि उसका अपहरण नहीं किया गया था बल्कि नौकरी के नाम पर हड़पे गए पैसे वापस नहीं लौटाने पड़े इसलिए उसने खुद फिरौती मांगने का नाटक किया था।