...तो चौराहे पर सैकड़ों दुराचारियों के लगाए जाएंगे पोस्टर Prayagraj News
फिलहाल पुलिस मुख्यमंत्री के आदेश को ध्यान में रखते हुए दुष्कर्म के सभी मुकदमों को पोस्टर के नजरिए से छानबीन शुरू कर दी गई है। आइजी केपी सिंह ने बताया कि इस संबंध में अभी को लिखित आदेश नहीं आया है। शासनादेश मिलने के बाद नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
प्रयागराज,जेएनएन। चौराहों पर दुराचारियों के पोस्टर लगाने संबंधी मुख्यमंत्री के आदेश को अमलीजामा पहनाने के लिए पुलिस हरकत में आ गई है। पाक्सो और दुष्कर्म के दूसरे मुकदमों की वास्तविकता का पता लगाया जाने लगा है। हालांकि इस संबंध में स्पष्ट गाइड लाइन न होने से पुलिस अधिकारी अभी असमंजस में हैं। अगर सबकुछ सही रहा तो शहर के चौराहों पर भी सैकड़ों दुराचारियों के पोस्टर लगाए जाएंगे।
शासनादेश मिलते ही शुरू होगी कार्रवाई
रेंज के प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी और फतेहपुर जिले में आए दिन दुष्कर्म मुकदमे दर्ज होते हैं। इसमें कुछ बच्ची, किशोरी तो कई मुकदमे युवती व महिला के होते हैं। आमतौर पर नाबालिग लड़की का यौन उत्पीडऩ के आरोपितों को पुलिस जल्द गिरफ्तार कर लेती है, लेकिन संदिग्ध मामलों में अभियुक्त को पकडऩे में वक्त लगता है। पुलिस अधिकारियों का यह भी कहना है कि हर केस की परिस्थिति और वास्तविकता भिन्न होती है। विवेचना के दौरान कई बार मुकदमा फर्जी पाया गया और सहअभियुक्त का नाम भी गलत मिला है। इस आधार पर किस आरोपित का पोस्टर चौराहे पर लगाया जाए और किसका नहीं, इसे लेकर अधिकारी उहापोह की स्थिति में है। फिलहाल पुलिस मुख्यमंत्री के आदेश को ध्यान में रखते हुए दुष्कर्म के सभी मुकदमों को पोस्टर के नजरिए से छानबीन शुरू कर दी गई है। आइजी केपी सिंह ने बताया कि इस संबंध में अभी कोई लिखित आदेश नहीं आया है। शासनादेश मिलने के बाद नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
जनवरी से 15 सितंबर तक 411 मुकदमे दर्ज -
रेंज में जनवरी 2020 से 15 सितंबर तक कुल 411 मुकदमे दर्ज हुए हैं। इसमें पॉक्सो एक्ट के 272 व दुष्कर्म के 139 केस हैं। इसमें छह मुकदमे खारिज हो गए। बाकी 209 में आरोप पत्र दाखिल हो चुका और 31 में फाइनल रिपोर्ट लग चुकी है। वहीं, 165 केस की विवेचना प्रचलित है। प्रयागराज में सबसे ज्यादा 139 मुकदमे लिखे गए हैं।
सक्रिय नहीं है एंटी रोमियो स्क्वॉयड -
छात्रा, युवती और महिलाओं से छेडख़ानी करने वाले मनचलों पर शिकंजा कसने के लिए एंटी रोमियो स्क्वॉयड बनाया गया है। मगर कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण यह पूरी तरह से निष्क्रिय हो गया था। अनलॉक-4 शुरू होने के साथ ही बाजार और सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की आवाजाही शुरू हो गई, लेकिन स्क्वॉयड पूरी तरह से सक्रिय नहीं हुआ है।
भाजपा नेता, कारोबारी अभी फरार
सामूहिक दुष्कर्म का आरोपित डॉ. श्याम प्रकाश द्विवेदी और महिला से दुष्कर्म का अभियुक्त राशिद फरीदी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। हैरत की बात यह है कि घटना के कई दिन भी बाद भी पुलिस दोनों आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। कर्नलगंज पुलिस ने उसी मुकदमे के दूसरे अभियुक्त मेडिकल अफसर डॉ. अनिल द्विवेदी को गिरफ्तार कर चुकी है।