स्मार्ट मीटर को राजनीतिक दलों ने बना लिया है मुद्दा, प्रयागराज में आम आदमी पार्टी व भाकियू हुआ मुखर
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष डा. अल्ताफ अहमद का कहना है कि स्मार्ट मीटर के माध्यम से की जा रही धांधली का पूरा आंकड़ा सरकार के पास होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। शिकायत पर भी विभाग स्मार्ट मीटर को नहीं बदला जा रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। लोगों से सीधे जुड़ने के लिए राजनीतिक दलों ने स्मार्ट मीटर को सबसे बड़ा अस्त्र बनाया है। आम आदमी पार्टी और भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) टिकैत गुट ने इसे मुद्दा बना लिया है। दोनों ही पार्टियां इसे बदलने की मांग कर रही हैं। साथ ही चेतावनी भी दी है कि अगर जल्द इस दिशा में कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया तो सड़क पर उतरकर विरोध करेंगे। इसके लिए पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बैठक भी कर रहे हैं। स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं से संपर्क भी किया जा रहा है।
धांधली का पूरा आंकड़ा होने के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष डा. अल्ताफ अहमद का कहना है कि स्मार्ट मीटर के माध्यम से की जा रही धांधली का पूरा आंकड़ा सरकार के पास होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। शिकायत करने के बावजूद विभाग स्मार्ट मीटर को बदले जाने की कार्यवाही नहीं कर रहा है, जबकि आम उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से 30 से 100 फ़ीसद तक अधिक बिजली का बिल जमा कर रहे हैं।
स्मार्ट मीटर फेल, बिजली के बिल में हो रहा खेल
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) टिकैत गुट के जिलाध्यक्ष अनुज सिंह का कहना है कि स्मार्ट मीटर पूरी तरह से फेल है। इससे बिजली का बिल कई गुना अधिक आ रहा है। आम उपभोक्ता बिजली का बिल जमा करते-करते त्राहिमाम कर रहा है, लेकिन प्रदेश सरकार से इससे शायद मतलब नहीं रह गया है। वहीं, किसानों के यहां मनमाफिक बिजली रीडिंग कर बिल भेजा जा रहा है, जो गलत है। अगर इस पर अंकुश नहीं लगा और स्मार्ट मीटर नहीं बदले गए तो भाकियू धरना-प्रदर्शन को विवश होगी।