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कुंभ में पुलिस के काम कहीं तेज कहीं सुस्त

अगले वर्ष प्रयाग के कुंभ को लेकर कहीं कार्य तेज है तो कहीं पिछड़ा हुआ है।पुलिस पर दारोमदार अधिक होगा लेकिन रफ्तार धीमी है। यहां के स्थायी निर्माण कार्य 60 फीसद भी नहीं हुए हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 03:20 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 03:20 PM (IST)
कुंभ में पुलिस के काम कहीं तेज कहीं सुस्त
कुंभ में पुलिस के काम कहीं तेज कहीं सुस्त

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : कुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे अहम है, पुलिस महकमा सुरक्षा पर ही फोकस है। साथ ही यातायात व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सेवा को अहम मान रहा है। मेला में आने वाले लगभग 15 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार बेहद गंभीर है। सुरक्षा इंतजामों के लिए ही पुलिस विभाग को भारी भरकम बजट जारी किया गया है।

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लगभग सौ करोड़ रुपये पुलिस विभाग को दिया गया है। मगर अन्य विभागों की ही तरह अभी पुलिस का कार्य भी पीछे है। मेला क्षेत्र में पुलिस के अस्थायी कार्य तो बाढ़ का पानी हटने के बाद शुरू हो सकेंगे मगर स्थायी निर्माण कार्य तो काफी पहले ही शुरू कर दिए गए। पुलिस के स्थायी निर्माण कार्य की गति भी काफी धीमी है। हालत यह है कि ये अक्टूबर तक किसी भी हाल में पूरा नहीं हो सकेंगे। अलबत्ता कुंभ में तैनात किए गए पुलिस के आला अधिकारी ये अवश्य दावा कर रहे हैं कि एक अक्टूबर से पुलिस का कुंभ का कार्यालय मेला में क्षेत्र में शिफ्ट हो जाएगा। तब अस्थायी कार्यों को शुरू कराया जा सकेगा।

न सीसीटीवी कैमरे और न ही ड्रोन कैमरे :

सुरक्षा की दृष्टि से कुंभ मेला क्षेत्र में लगभग 12 सौ सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। इसके स्क्रीन कुंभ मेला के कमांड कंट्रोल सेंटर (ट्रिपल सी) में होंगे, जिस पर तेज तर्रार और एक्सपर्ट पुलिस कर्मियों की पैनी नजर होगी। इन कैमरे की खरीदारी की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को सौंपी गई है मगर अब तक ये कैमरे नहीं खरीदे जा सके हैं। हालांकि इसका बजट जारी हो चुका है। इसी तरह 10 ड्रोन कैमरे खरीदे जाने हैं लेकिन इसकी खरीदारी भी अभी तक नहीं हो सकी है। बताते हैं कि मेला क्षेत्र में ड्रोन कैमरे के उपयोग के लिए डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन (डीजीसीए) से लाइसेंस लेना है मगर अभी तक लाइसेंस भी नहीं लिया जा सका है, जिसके बाद ही ड्रोन कैमरों की खरीदारी हो सकेगी। ड्रोन कैमरों के लिए भी बजट जारी हो चुका है। ये ड्रोन कैमरे भी सुरक्षा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं। वास्तविक हालात ये हैं कि इस काम को महकमा जीरो फीसद ही है।

स्थायी कार्यों की गति भी सुस्त :

पुलिस के स्थायी कार्य भी कराए जा रहे हैं। यह भविष्य में इलाहाबाद पुलिस के बुनियादी ढांचे के लिए अहम होगा। स्थायी कार्यों में ऑफीसर्स हॉस्टल, बैरकें, मेस, शौचालय, स्नानागार आदि हैं, जिसमें लगभग एक हजार अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के ठहरने की स्थायी व्यवस्था हमेशा के लिए हो जाएगी।  हालांकि कुंभ के लिए की जा रही इसकी तैयारी काफी सुस्त है। स्थायी कार्यों में पुलिस लाइन इलाहाबाद में बहुमंजिला ऑफीसर्स हॉस्टल है। इसकी छत तो पड़ गई है मगर अन्य कार्य काफी पीछे है। कई दफा इसकी पड़ताल के लिए शासन स्तर से टीमें आ चुकी हैं। शासन से नियुक्त जिले के प्रभारी अधिकारी भी दौरा कर चुके हैं मगर कार्यों में तेजी नहीं आ सकी। इसके अलावा झूंसी समेत अन्य स्थानों पर सिपाहियों के लिए बनाई जा रहीं बैरकों, मेस, स्नानागार, शौचालयों का निर्माण की भी गति काफी धीमी है।

 दावा तो किया जा रहा है सितंबर तक 85 फीसद और अक्टूबर तक कार्य पूरा करा लिया जाएगा मगर मौके पर जो तस्वीरें देखने को मिली हैं उससे तो यही लगता है कि नवंबर तक भी कार्य पूरे होने की उम्मीद नहीं है। ऑफीसर्स हॉस्टल, बैरकें के निर्माण कार्य महज साठ फीसद तक ही पहुंचे हैं। इन स्थायी कार्यों के लिए लगभग 35 करोड़ रुपये शासन से जारी हो चुके हैं।कुंभ मेला में आने वाले स्नानार्थियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए लगभग 50 हजार जवानों की तैनाती की जाएगी। इसमें पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, जल पुलिस, पीएसी, अद्र्धसैनिक बलों, होमगार्ड व पीआरडी के जवान शामिल होंगे। इन जवानों की तैनाती चरणबद्ध तरीके से की जाएगी। पूरे प्रदेश से आने वाले पुलिस और पीएसी के जवानों की ड्यूटी 15 दिसंबर से लगाई जाएगी।

पहली बार बनेगा महिला थाना :

कुंभ मेला क्षेत्र में पहली बार अस्थायी महिला थाने भी बनाए जाएंगे। परेड, अरैल और झूंसी क्षेत्र में महिला पुलिसकर्मियों के लिए ये थाने बनाए जाएंगे। इसी तरह जल पुलिस के सेंटर भी पहली बार बनाए जाएंगे। ये सेंटर भी संगम, अरैल और झूंसी क्षेत्र में होंगे।

पुलिस के इंतजाम :

-40 अस्थायी पुलिस थाने बनाए जाएंगे कुंभ मेला क्षेत्र में

-60 पुलिस चौकियां बनाई जाएंगी कुंभ मेला क्षेत्र में

-40 अस्थायी अग्निशमन केंद्र बनाए जाने हैं कुंभ क्षेत्र में

-12 अस्थायी आउटपोस्ट होंगे अग्निशमन के

-4 अस्थायी पुलिस लाइन का निर्माण होगा मेला क्षेत्र में

-4 अस्थायी ट्रैफिक लाइन का भी निर्माण होगा कुंभ क्षेत्र में

-1 माउंटेन पुलिस लाइन भी बनाई जाएगी मेला क्षेत्र में

कुंभ मेला क्षेत्र में पुलिस के कार्य बाढ़ का पानी खत्म होने पर ही शुरू हो सकेंगे। अलबत्ता परेड में कार्य शुरू करा दिए गए हैं। अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में पुलिस का कार्यालय भी  मेला क्षेत्र में शिफ्ट हो जाएगा। तब अस्थायी कार्य तेजी से शुरू कराए जा सकेंगे। स्थायी कार्य 80 फीसद हो चुके हैं। फिनिशिंग का कार्य भी शुरू हो गया है। तय समय तक सभी कार्य पूरे करा लिए जाएंगे।

-केपी सिंह, एसएसपी कुंभ मेला


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