बाढ़ में बहकर आए शवों पर भी पुलिस की नजर, कराएगी शिनाख्त Prayagraj News
गंगा-यमुना के बाढ़ को लेकर जल पुलिस सतर्क है। बाढ़ के पानी में डूबने की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। ऐसे में पुलिस बहकर आए शवों की पहचान कराएगी। नदी में पेट्रोलिंग की जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। गंगा और यमुना के बढ़ते जलस्तर के साथ ही पुलिस की नजर लाशों पर भी है। ऐसे शव जो कहीं से बहकर आ रहे हैं, उन्हें पुलिस अपने कब्जे में लेकर पहचान कराएगी ताकि घरवालों को उसके बारे में पता चल सके।
गंगा और यमुना में बाढ़ में लोगों के डूबने की घटनाएं हो रही
बाढ़ के चलते प्रयागराज के अलावा आसपास के जनपदों में लोगों के पानी में डूबने की खबरें आ रही हैं। डूबने वाले शख्स की लाश न मिलने से स्थानीय जिलों की पुलिस काफी परेशान हो रही है। ऐसे में प्रयागराज की पुलिस को विशेष रूप से सतर्कता बरतने को कहा गया है। शहर में धूमनगंज, कैंट, शिवकुटी, कर्नलगंज और दारागंज थाना क्षेत्र में गंगा के घाट हैं। करेली, अतरसुइया, मुट्ठीगंज और कीडगंज थाना क्षेत्र से होकर यमुना बहती है। अक्सर इन इलाकों में पुलिस को अज्ञात लाश मिलती है।
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम शवों की पहचान को लगाई गई है
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गंगा-यमुना में मिलने वाले शवों की पहचान के लिए पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम काम कर रही है। हालांकि अभी तक किसी दूसरे जिले की लाश यहां नहीं मिली है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में जल पुलिस पेट्रोलिंग कर रही है
उधर, लगातार बढ़ते जलस्तर से कछारी क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए परेशानी भी बढ़ रही है। एहतियातन जल पुलिस मोटर बोट और वाटर स्कूटर से पेट्रोलिंग कर रही है, ताकि किसी तरह की सूचना मिलने पर तत्काल मदद पहुंचाई जा सके।
जगह-जगह अतिरिक्त फोर्स और गोताखोरों की तैनाती
प्रभारी जल पुलिस कड़ेदीन यादव का कहना है कि फाफामऊ, दशाश्वमेध, रामघाट, काली सड़क, संगम और अरैल घाट पर अतिरिक्त फोर्स व गोताखोरों की तैनाती की गई है। एक प्लाटून बाढ़ राहत पीएसी व एसडीआरएफ के साथ जल पुलिस के जवान भी पूरी तरह से सतर्क हैं।