एक्सिस बैंक में टप्पेबाजी का राज एजेंट और कर्मचारियों के बीच ही छिपा है, प्रयागराज पुलिस लगा रही सुराग
इंट्रीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के कैमरों की मदद से टप्पेबाजी कर भागने वालों बदमाशों की फुटेज खंगालने की कोशिश हो रही है। सिविल लाइंस पुलिस के साथ ही र्सिवलांस और एसओजी की टीम भी संदिग्ध बदमाशों को उठाकर टप्पेबाजी करने वाले के बारे में पूछताछ कर रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज के सिविल लाइंस स्थित एक्सिस बैंक में हुई आठ लाख रुपये की टप्पेबाजी का राज कुछ एजेंट और कर्मचारियों के बीच छिपा है। पुलिस का दावा है कि जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया है, उससे साफ पता चलता है कि सामान्य व्यक्ति बैंक से रुपयों भरा बैग नहीं उड़ा पाएगा। यह भी पता लगाया जा रहा है कि कौन कर्मचारी नौकरी छोड़कर जा चुका है, क्योंकि रितिक ने कैश मैनेजमेंट सिस्टम यानी सीएमएस में बतौर कलेक्शन एजेंट की नौकरी दो माह पहले ही ज्वाइन की थी। बैंक में रेकी करना भी इतना आसान नहीं है। ऐसे में किसी जानकार शख्स ने ही घटना को अंजाम दिया है।
मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट भी निकलवाई जा रही
बहरहाल पुलिस सभी कलेक्शन एजेंट, सिक्योरिटी गार्ड और संदिग्ध कर्मचारियों के बारे में छानबीन कर रही है। उनके मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट भी निकलवाई जा रही है ताकि कुछ सुराग मिल सके। इंट्रीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के कैमरों की मदद से टप्पेबाजी कर भागने वालों बदमाशों की फुटेज खंगालने की कोशिश हो रही है। सिविल लाइंस पुलिस के साथ ही र्सिवलांस और एसओजी की टीम भी संदिग्ध बदमाशों को उठाकर टप्पेबाजी करने वाले के बारे में पूछताछ कर रही है। कलेक्शन एजेंट मोहित और रितिक से भी लगातार सवाल-जवाब किए जा रहे हैं।
चार मिनट में आठ लाख रुपये गायब कर दिए
दारागंज निवासी रितिक मिश्रा अपने सहकर्मी के साथ अलग-अलग स्थानों से 15 लाख रुपये कलेक्शन करके बैंक पहुंचा था। एक बैग में सात लाख रुपये एलआइसी के थे, जबकि दूसरे बैग में अन्य संस्थानों और कंपनियों का पैसा था। कैश काउंटर पर बैग रखकर वह दूसरे एजेंट के पास चला गया। इसी बीच बैंक में घुसे युवक ने चार मिनट के भीतर ही आठ लाख रुपये गायब कर दिए। पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है।