सोरांव सामूहिक हत्याकांड में किसी परिचित का हाथ होने का भी पुलिस काे शक Prayagraj News
पुलिस सूत्रों का कहना है कि घटनास्थल का कई बार निरीक्षण करने पर कुछ नए तथ्य सामने आए हैैं। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि हत्या में किसी परिचित के शामिल होने क शक है।
प्रयागराज, जेएनएन। सोरांव थाना क्षेत्र के यूसुफपुर गांव में करीब एक सप्ताह पूर्व हुए सामूहिक हत्याकांड में अब तक पुलिस कुछ भी पता लगाने में नाकाम रही है। अब तक की जांच से पुलिस को यह शक है कि इसमें किसी करीबी की भी भूमिका जरूर रही है। पुलिस लूटपाट के एंगल पर भी जांच जरूर कर रही है लेकिन ज्यादा जोर रंजिश या किसी और वजह से सुनियोजित वारदात की है।
दरवाजा खुलवाने के लिए किसी परिचित का सहारा लिया गया होगा
पुलिस सूत्रों का कहना है कि घटनास्थल का कई बार निरीक्षण करने पर कुछ नए तथ्य सामने आए हैैं। तीन कमरों के घर में सभी कमरों में दरवाजा है। अनुमान है कि ठंड में दरवाजे बंद रहे होंगे। हालांकि घटना के बाद पुलिस को सभी दरवाजे खुले मिले थे। अगले कमरे में सोनू तिवारी छह साल के बेटे कान्हा के साथ मारा गया था। बगल के कमरे में उसकी पत्नी सोनी और पुत्र कुंज तथा पिछले कमरे में पिता विजय शंकर तिवारी की हत्या की गई थी। सूत्र बताते हैं कि लूट या फिर रंजिशन घर में घुसकर वारदात की गई तो भी पहले दरवाजा खुलवाया गया होगा। ऐसे में पुलिस को आशंका है कि दरवाजा खुलवाने के लिए किसी परिचित का सहारा लिया गया होगा। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है।
परिवार की रंजिश पट्टीदारों से चल रहा थी
इस परिवार की रंजिश पट्टीदारों से चल रहा थी। सोनी के भाई ने पट्टीदारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। मृतक विजय शंकर तिवारी के छोटे बेटे पुत्र ने भी सूरत से आकर पट्टीदारों पर हत्या का इल्जाम लगाया। पुलिस ने नामजद सभी छह पट्टीदार व ग्राम प्रधान को घटना के दूसरे दिन ही हिरासत में लिया लेकिन अब तक नतीजा शून्य है।