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प्रयागराज में क्राइम ब्रांच बताकर सरेराह स्कूल प्रबंधक को किया अगवा, पुलिस ने घेरेबंदी कर छुड़ाया, पैथोलाजिस्ट गिरफ्तार

वहां पहुंचे युवकों ने असलहे के बल पर प्रबंधक को नीले रंग की कार में जबरन बैठा लिया। घटना से वहां खलबली मच गई तो कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। खबर मिलते ही पूरे शहर में जांच लगा दी गई ।

By Rajneesh MishraEdited By: Published: Thu, 17 Jun 2021 09:45 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jun 2021 09:45 PM (IST)
प्रयागराज में क्राइम ब्रांच बताकर सरेराह स्कूल प्रबंधक को किया अगवा, पुलिस ने घेरेबंदी कर छुड़ाया, पैथोलाजिस्ट गिरफ्तार
प्रयागराज मनमोहन पार्क से स्कूल प्रबंधक को अपहरण कर ले जाते हुए ।

प्रयागराज,जेएनएन। कर्नलगंज थाना क्षेत्र के मनमोहन पार्क के पास बुधवार शाम कार सवार युवकों ने स्कूल प्रबंधक रजनीकांत शुक्ला का अपहरण कर लिया। सरेराह हुई इस वारदात से सनसनी फैल गई। पुलिस ने घेराबंदी कर करेली इलाके में कार को रोक लिया और फिर अपहरणकर्ता को पकड़ते हुए अगवा हुए प्रबंधक को छुड़ा लिया। पूछताछ में पता चला है कि प्रबंधक ने नौकरी लगवाने के लिए पैसा लिया था और 13 लाख वापस न करने पर घटना को अंजाम दिया। मामले में पैथोलाजिस्ट शिव नारायण पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि उसके भाई, भतीजा समेत अन्य की तलाश चल रही है।

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यह था मामला

पुलिस के मुताबिक, औद्योगिक थाना अंतर्गत बेंदों गांव निवासी रजनीकांत शुक्ला श्रीसत्य विद्यापीठ इंटर कालेज के प्रबंधक हैं। छह साल पहले उनका संपर्क बेनीगंज करेली निवासी शिव नारायण से हुआ था। शिव नारायण गंगा अस्पताल में पैथोलाजिस्ट है। आरोप है कि रजनीकांत ने शिक्षक पद पर नौकरी लगवाने के लिए वर्ष 2016 में 33 लाख रुपये लिया था। इसके बाद उन्होंने शिवनारायण की बेटी छाया की नौकरी लगवा दी, लेकिन श्याम नारायण की बेटी आरती की नौकरी नहीं लग सकी। तब प्रबंधक से पैसा वापस मांगा जाने लगा। 2017 में उसने चेक दिया, मगर बाउंस हो गया। पैसे को लेकर कई बार विवाद और पंचायत भी हुई थी। गुरुवार शाम करीब चार बजे रजनीकांत बीएसए दफ्तर से मनमोहन पार्क के पास जीप से पहुंचे। फिर वह नलनी फोटो स्टेट में कुछ कागजात का जिराक्स कराने लगे। इसी दौरान वहां पहुंचे युवकों ने असलहे के बल पर प्रबंधक को नीले रंग की कार में जबरन बैठा लिया। घटना से वहां खलबली मच गई तो कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। खबर मिलते ही पूरे शहर में जांच लगा दी गई और कुछ देर बाद कार को करेली में रोककर प्रबंधक को छुड़ा लिया गया।

क्राइम ब्रांच बताकर उठाया था

पीडि़त ने बताया कि उसके पास पहले दो लोग आए और खुद को क्राइम ब्रांच का बताते हुए कार के पास ले गए। उसने पहचान पत्र देखने के बाद ही कार में बैठने की बात कही तो पिटाई करते जबरन बैठाया गया। घटना में शिव नारायण, उसके भाई श्याम नारायण, भतीजा, भांजा राहुल और राहुल के दोस्त अजीत समेत कई अन्य के शामिल होने की बात सामने आई है। सभी के खिलाफ कर्नलगंज में मुकदमा कायम किया जा रहा है।

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आपराधिक प्रवृत्ति का है प्रबंधक

एसपी सिटी दिनेश सिंह ने बताया कि स्कूल प्रबंधक आपराधिक प्रवृत्ति का है और उसके पास दो शस्त्र लाइसेंस हैं। उसके खिलाफ 13 मुकदमे दर्ज हैं। घटना में अजीत की कार इस्तेमाल हुई है, जिसे बरामद कर लिया गया है। वही, असलहा लेकर मौके पर पहुंचा था। फरार आरोपितों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


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