पुलिस ने बरामद की एक साल की अगवा बच्ची, डॉक्टर दंपती समेत पांच गिरफ्तार, अपहरण की वजह जान रह जाएंगे हैरान
वह बच्चा चोरी करने के लिए तैयार हो गया। इसके लिए उसने अपने साथी रामसूरत निवासी गोइया कला बरगढ़ जनपद चित्रकूट की मदद ली। दोनों ने मिलकर साना उर्फ शहाना को चोरी कर लिया और डॉ. रंजन गौतम के घर जाकर उनके परिवार को सौंप दिया।
प्रयागराज, जेएनएन। रामबाग रेलवे स्टेशन के बाहर से दस दिन भर पहले अगवा की गई एक साल की बालिका को शनिवार को पुलिस ने बरामद कर लिया। उसे अगवा करने में पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है, जिसमें डॉक्टर दंपती भी शामिल हैं। बालिका का अपहरण डॉक्टर के नि:संतान भाई के लिए किया गया था।
10 दिन पहले झोपड़ी से उठा ले गए थे बच्ची को
कोतवाली थानांतर्गत जानसेनगंज के रहने वाला मो. रिजवान अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रामबाग रेलवे स्टेशन के पास झोपड़ी बनाकर रहता है। 14 अक्टूबर की देर रात उसकी एक वर्ष की पुत्री साना उर्फ शहाना को कोई उठा ले गया था। मामले में कीडगंज पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज किया था। बालिका की तलाश में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो उसमें रिक्शा चालक नईम अली उर्फ बब्बू निवासी नहरपुर थाना हंडिया का चेहरा नजर आया। उससे पूछताछ की गई तो उसने पुलिस को गुमराह कर दिया। हालांकि, उसकी गतिविधियों पर पुलिस को संदेह था, इसलिए उस पर लगातार नजर रखी जा रही थी।
रिक्शा चालक से पूछताछ में खुला राज
शुक्रवार को पुलिस ने नईम अली को फिर पूछताछ के लिए पकड़ा। इंस्पेक्टर कीडगंज रोशन लाल ने कड़ाई दिखाई तो वह टूट गया। इंस्पेक्टर के मुताबिक आवास विकास कालोनी झूंसी के रहने वाले डॉ. रंजन गौतम की पत्नी वंदना गौतम कुछ समय पहले हंडिया महिला चिकित्सालय गई थीं। वहां पर उनकी मुलाकात जमीला पत्नी जुम्मन निवासी नहरपुर हंडिया से हुई। वंदना ने जमीला से कहा कि उसका देवर चितरंजन गौतम नि:संतान है। इस पर जमीला ने कहा कि वह बच्चा लाकर दे सकती है। दोनों के बीच 60 हजार रुपये में सौदा तय हुआ।
साथी संग मिलकर किया था अपहरण
इसके बाद जमीला ने नईम से बात की। नईम रिक्शा चलाता था। वह बच्चा चोरी करने के लिए तैयार हो गया। इसके लिए उसने अपने साथी रामसूरत निवासी गोइया कला बरगढ़ जनपद चित्रकूट की मदद ली। दोनों ने मिलकर साना उर्फ शहाना को चोरी कर लिया और डॉ. रंजन गौतम के घर जाकर उनके परिवार को सौंप दिया। इंस्पेक्टर रोशन लाल ने बताया कि डॉ. रंजन गौतम राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय प्रतापगढ़ में तैनात हैं। बालिका को उसके माता-पिता को सौंप दिया गया है, जबकि गिरफ्तार आरोपित डॉ. रंजन गौतम, वंदना गौतम, जमीला, रामसूरत और नईम अली को जेल भेजा गया है।