एटीएम हैकर गिरोह के सरगना की तलाश में पुलिस ने दी दबिश, फरार Prayagraj News
दस साल से कई जिलों में एटीएम हैकर गिरोह सक्रिय है। लाखों रुपये का चूना लोगों को गिरोह सदस्य लगा चुके हैं। गैंग सरगना की तलाश में पुलिस ने छापेमारी की लेकिन पकड़ में नहीं आया।
प्रयागराज, जेएनएन। अंतरराज्यीय एटीएम हैकर गिरोह के सरगना समेत अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस ने संभावित ठिकानों पर दबिश दी है। हालांकि अभी तक उन्हें पकडऩे में पुलिस को कामयाबी नहीं मिली है।
जिले में सक्रिय साइबर शातिरों की तलाश में पुलिस काफी दिनों से जुटी थी। इस बीच पुलिस ने शुक्रवार को मानधाता थाना क्षेत्र के बुआपुर नहर पुलिया के पास तीन शातिरों को गिरफ्तार किया था।
गिरोह के सरगना के विषय में दी जानकारी
पकड़े गए बृजेश सिंह उर्फ चंचल सिंह पुत्र सुरेंद्र बहादुर सिंह व कौशलेंद्र प्रताप सिंह उर्फ छोटू सिंह पुत्र स्व. सत्येंद्र प्रताप सिंह निवासीगण लाखापुर और सहिजनपुर गांव के प्रधान प्रवीण कुमार सिंह पुत्र गिरजाशंकर सिंह हैं। उनसे पूछताछ में पुलिस को पता चला कि गिरोह का सरगना रणजीत सिंह पुत्र स्वर्गीय धर्मदास सिंह निवासी अकोढिय़ा है। इसके अलावा गिरोह में रवि पटेल पुत्र राजू पटेल, रणजीत सरोज उर्फ कल्बे पुत्र धर्मराज, कोटेदार विनोद निर्मल व दीपक सिंह पुत्र स्व. वीरेंद्र सिंह निवासीगण सहिजनपुर, धीरू सिंह उर्फ जितेंद्र निवासी करमचंदपुर जेठवारा, गजेंद्र प्रताप ङ्क्षसह उर्फ अन्नू निवासी अहिना समेत कई लोग शामिल हैं।
कई जिलों में फैला है गिरोह का जाल
यह गिरोह जिले के अलावा आस-पास के जिलों और मध्य प्रदेश में कई लोगों का एटीएम कार्ड नंबर और कोड नंबर नोट करके लाखों रुपये का चूना लगा चुका है। गिरोह के सरगना रंजीत समेत अन्य साथियों की तलाश में पुलिस और स्वॉट टीम ने मानधाता और नगर कोतवाली के संभावित ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत मेें लेकर पूछताछ की। हालांकि गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी में पुलिस को कामयाबी नहीं मिली। सरगना रणजीत ङ्क्षसह व्यापारी संतोष वैश्य को अगवा करके पिटाई करने के मामले में भी फरार चल रहा है।