Anamika Shukla : कानपुर देहात में पुलिस का छापा, घर में नहीं मिली सरिता Prayagraj News
Anamika Shukla प्रकरण की विवेचना कर रहे दारोगा रवींद्रनाथ यादव कानपुर देहात पहुंचे। इसके बाद रसूलाबाद थाने की पुलिस की मदद लेकर सरिता के गांव चंदनपुर में छापेमारी की।
प्रयागराज, जेएनएन। कथित शिक्षिका अनामिका शुक्ला प्रकरण की जांच कर रही कर्नलगंज पुलिस ने मंगलवार शाम कानपुर देहात के चंदनपुर गांव में छापेमारी की। यहां रहने वाली सरिता यादव के मकान में ताला लटकता मिला। पुलिस ने ग्रामीणों से सरिता और उसके परिजनों के बारे में पूछताछ की। पता चला कि बबली यादव की गिरफ्तारी के बाद कुछ महिलाएं घर पर थीं, लेकिन फिर वह भी कहीं चली गईं। उनकी तलाश चल रही है ताकि सरिता को पकड़ा जा सके।
बबली की गिरफ्तारी के बाद से घर में लटका है ताला
दरअसल, अलीगढ़ पुलिस ने कुछ दिन पहले फर्जी अनामिका मामले की जांच करते हुए कानपुर देहात की बबली यादव को गिरफ्तार किया था। उसने पूछताछ में बताया कि उसकी ननद सरिता यादव प्रयागराज के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अनामिका शुक्ला बनकर नौकरी कर रही थी। इसकी जानकारी होने पर कर्नलगंज पुलिस ने सरिता के बारे में छानबीन की।
विवेचक ने स्थानीय पुलिस की मदद से की छापेमारी
प्रकरण की विवेचना कर रहे दारोगा रवींद्रनाथ यादव कानपुर देहात पहुंचे। इसके बाद रसूलाबाद थाने की पुलिस की मदद लेकर सरिता के गांव चंदनपुर में छापेमारी की। वहां कई लोगों से पूछताछ की गई लेकिन कोई भी सरिता या उसके घरवालों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे सका। पिछले सात जून को बीएसए संजय कुशवाहा ने कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि सोरांव के गोहरी स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय में अनामिका शुक्ला ने फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी प्राप्त की। जांच में पता चला कि उसका निवास प्रमाण पत्र रीना के नाम से निर्गत हुआ था। इंस्पेक्टर कर्नलगंज अरुण त्यागी का कहना है जांच करने के लिए विवेचक कानपुर गए हैं।