Containment Zone में घरों से बाहर न निकलें, गलियों में पुलिस का सख्त है पहरा, घरों तक पहुंचेगी खाद्य सामग्री
कोरोना वायरस से संक्रमितों कंटेनमेंट जोन में अगर कोई चोरी छिपे घर से बाहर भी निकलता है तो पुलिसकर्मियों को देखकर घर में दाखिल हो जाता है। अधिकारियों ने साफ तौर पर चेतावनी दे रखी है कि अगर कोई घर से बेवजह बाहर घूमता हुआ मिला तो केस दर्ज होगा।
प्रयागराज, जेएनएन। की संख्या जिन मुहल्लों में अधिक मिली है, उसे कंटेनमेंट जोन प्रशासन ने घोषित किया है। यहां बांस, बल्ली लगाकर बैरीकेडिंग की गई है। पुलिस का सख्त पहरा यहां लगाया गया है। आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी को भी लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। प्रशासन द्वारा इनको सभी वस्तुएं घर पर ही मुहैया कराई जा रही हैं। कोई घर से बाहर न निकलें और किसी प्रकार की बैठकबाजी न हो, इसके लिए ऐसे इलाकों की गलियों में भी पुलिसकर्मी भ्रमण कर रहे हैं।
पुलिसकर्मियों को देखते ही लोग दाखिल हो जाते हैं घरों में
कोरोना वायरस से संक्रमितों कंटेनमेंट जोन में अगर कोई चोरी छिपे घर से बाहर भी निकलता है तो वह गलियों में घूम रहे पुलिसकर्मियों को देखकर घर में दाखिल हो जाता है। क्योंकि अधिकारियों ने साफ तौर पर चेतावनी दे रखी है कि अगर कोई घर से बेवजह बाहर घूमता हुआ मिला तो उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
14 दिन बाद पाना चाहते हैं छूट
कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोग 14 दिन में इससे निजात पाना चाहते हैं। इसके लिए यहां के लोग खुद सक्रियता बरत रहे हैं। कोई भी घर से बाहर अगर इनको दिखता है तो उसे फटकार लगाते हैं। इसके पीछे वजह यह है कि प्रशासन ने कह रखा है कि 14 दिन में जिन कंटेनमेंट जोन में मरीज नहीं मिलेंगे, वहां छूट प्रदान की जाएगी। ऐसे में कंटेनमेंट जोन में रहने वाले कतई यह नहीं चाहते कि मुहल्ले में कोई संक्रमित हो, ताकि प्रशासन द्वारा दी जाने वाली राहत उनको मिल सके।