Mass Murder : टाइगर ग्रुप से डिलीट मैसेज की तलाश में पुलिस Prayagraj News
पुलिस को जानकारी मिली कि प्रिंस पांडेय टाइगर नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा था। इसमें गांव और आसपास के करीब 50 युवक जुड़े थे। प्रिंस ने इसमें एक आपत्तिजनक मैसेज डाला था।
प्रयागराज,जेएनएन। होलागढ़ में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले में पुलिस राजफाश के करीब जरूर है, लेकिन वह यह देख रही कि इसमें कोई निर्दोष न फंस जाए। यही वजह है कि वह कड़ी-से-कड़ी को जोड़ रही है। प्रिंस पांडेय जिस टाइगर ग्रुप से जुड़ा था, उसे भी खंगाला जा रहा है। हालांकि पुलिस को वह मैसेज नहीं मिल पा रहा है, जो प्रिंस ने इसमें डाला था। ग्रुप से जुड़े युवकों ने उसे डिलीट कर दिया है। वहीं अस्पताल में भर्ती ऊषा की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। पुलिस उसके बोलने और लिखने का इंतजार कर रही है।
जख्मी उषा की हालत में सुधार
होलागढ़ के लाला का तालाब निवासी विमलेश पांडेय, उनके पुत्र प्रिंस, पुत्री श्रेया और सीबू की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। विमलेश की पत्नी ऊषा को मरणासन्न कर दिया था। ऊषा एसआरएन अस्पताल में भर्ती है। उसकी हालत में धीरे-धीरे सुधर हो रहा है। वह अभी कुछ बोलने और लिखने की स्थिति में नहीं है।
टाइगर वाटसएप ग्रुप में जुड़े थे गांव के करीब 50 युवक
उधर, पुलिस को जानकारी मिली कि प्रिंस पांडेय टाइगर नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा था। इसमें गांव और आसपास के करीब 50 युवक जुड़े थे। प्रिंस ने इसमें एक आपत्तिजनक मैसेज डाला था। घटना के बाद ग्रुप में जुड़े अन्य युवकों ने मैसेज को डिलीट कर दिया। इसके बाद एक-एक कर सभी ग्रुप से लेफ्ट हो गए। अब उसी मैसेज की तलाश में पुलिस लगी है।
गांव के छह युवकों को पूछताछ के लिए पुलिस ने उठाया
अल्पी का पूरा समेत आसपास के कई गांवों से छह युवकों को पूछताछ के लिए उठाया गया। मैसेज में प्रिंस पांडेय ने क्या लिखा था, इस बारे में पूछताछ की गई। हालांकि सभी ने गोलमोल जवाब दिया। पुलिस को यह भी पता चला है कि होमगार्ड द्वारा जिस पंचायत के होने की बात कही जा रही थी, वह नहीं हुई थी। क्योंकि जिन लोगों का नाम उसने पंचायत के दौरान मौजूद होने को लेकर लिया था, उन लोगों ने साफ इन्कार कर दिया है। फिलहाल मामले के राजफाश में जुटी पुलिस टीमें कड़ी-से-कड़ी जोड़ रही हैं। पूरी संभावना है कि मामले से जल्द पर्दा हटेगा। एएसपी केवी अशोक ने बताया कि टाइगर ग्रुप से प्रिंस जुड़ा था। प्रिंस ने ग्रुप में मैसेज भी डाला था। उस मैसेज को तलाशा जा रहा है। इसके अलावा अस्पताल में भर्ती ऊषा के ठीक होने का इंतजार है, ताकि सही अपराधियों को ही सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सके।
बाइक पर लिखवाया है कोडवर्ड
टाइगर ग्रुप से जुड़े युवकों ने अपनी बाइक के आगे कोडवर्ड लिखवाया था। इसी से उनकी पहचान होती थी कि वह ग्रुप के सदस्य हैं। हालांकि घटना के बाद से उन युवकों ने इस कोडवर्ड को हटवा दिया है।