प्रतापगढ़ में प्रापर्टी डीलर के हत्यारोपितों को गिरफ्तार करने में हांफ रही पुलिस
घायल हत्यारोपित साहेब तिवारी आनंद तिवारी घटना के दिन से प्रयागराज के एक नर्सिंग होम में भर्ती हैं। दोनों आरोपित पुलिस को चकमा देकर नर्सिंग होम से भाग गए थे। बाद में पुलिस का दबाव पडऩे पर फिर उसी नर्सिंग होम में आकर भर्ती हो गए थे।
प्रतापगढ़,जेएनएन। जमीन के विवाद में पांच महीने पहले हुई प्रापर्टी डीलर की हत्या के आरोपितों की गिरफ्तारी में पुलिस हांफ रही है। इस घटना में दस नामजद आरोपितों में से पुलिस सिर्फ दो आरोपितों को ही जेल सकी है।
नगर कोतवाली क्षेत्र के बराछा गांव निवासी प्रापर्टी डीलर राम प्रसाद पांडेय और सर्वेश उर्फ साहब तिवारी के बीच मारुतनगर में स्थित एक प्लाट पर कब्जे को लेकर विवाद चल रहा था। इसी मामले को लेकर दोनों पक्ष में आठ मई को दिन में करीब 11:00 बजे मारुतनगर में फायङ्क्षरग हुई थी, जिसमें गोली लगने से घायल राम प्रसाद की मौत हो गई थी, जबकि दूसरे पक्ष के सर्वेश, आनंद, राहुल घायल हो गए थे। इस घटना में राम प्रसाद के भाई लक्ष्मण की तहरीर पर पुलिस ने सर्वेश उर्फ साहेब तिवारी पुत्र कृष्णदेव निवासी मझिलहा, उनके चचेरे भाई आनंद तिवारी पुत्र अनंतदेव, प्राइवेट गनर अंजनी शुक्ला उर्फ राधे पुत्र योगेंद्र शुक्ला, आदित्य ङ्क्षसह उर्फ मेजर, मोनू उर्फ राहुल तिवारी, राजकुमार मौर्य, अमित राजा सहित 10 नामजद और दो-तीन अज्ञात के खिलाफ बलवा, जानलेवा हमला, हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने घटना के दो दिन बाद सर्वेश के प्राइवेट गनर अंजनी शुक्ला को जेल भेज दिया था। महीने भर पहले राहुल तिवारी को प्रयागराज के नर्सिंग होम से डिस्चार्ज होते ही पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।
उधर, घायल हत्यारोपित साहेब तिवारी, आनंद तिवारी घटना के दिन से प्रयागराज के एक नर्सिंग होम में भर्ती हैं। पखवारे भर पहले दोनों आरोपित पुलिस को चकमा देकर नर्सिंग होम से भाग गए थे। बाद में पुलिस का दबाव पडऩे पर 24 घंटे के अंदर फिर उसी नर्सिंग होम में आकर भर्ती हो गए थे।
इन तीनों के अलावा छह नामजद आरोपित तो और हैं, पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने में क्यों गुरेज कर रही है। इस बारे में कोतवाल प्रवीण कुशवाहा का कहना है कि हत्यारोपितों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी।