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गोहत्या के अभियुक्तों पर पुलिस का शिकंजा, पूर्व सांसद अतीक के करीबी समेत कई फरार Prayagraj News

अधिकारियों का कहना है कि अभी तक गोकशी करने वाले जमानत पर जल्द छूटकर फिर इसी अपराध में लिप्त हो जाते हैैं। अब उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी जिससे उनमें डर पैदा होगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 16 Jun 2020 01:44 PM (IST)Updated: Tue, 16 Jun 2020 01:44 PM (IST)
गोहत्या के अभियुक्तों पर पुलिस का शिकंजा, पूर्व सांसद अतीक के करीबी समेत कई फरार Prayagraj News
गोहत्या के अभियुक्तों पर पुलिस का शिकंजा, पूर्व सांसद अतीक के करीबी समेत कई फरार Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। पुलिस ने गोहत्या मामले में सख्त रुख अख्तियार किया है। आंकड़ों पर जाएं तो पिछले साढ़े पांच माह में जिले की पुलिस ने गोहत्या के 79 अभियुक्तों को जेल भेजकर शिकंजा कसा है। हालांकि पूर्व सांसद अतीक के करीबी समेत कई आरोपित अभी फरार हैं। गोकशी पर रोक के लिए पुलिस लगातार कवायद करती रही है। अब उप्र गोवध निवारण कानून में संशोधन और अध्यादेश को कैबिनेट से मंजूरी मिलने से पुलिस को बल मिला है। 

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नए अध्यादेश में गोहत्या के आरोपितों को 10 साल की सजा का प्रावधान

नए अध्यादेश में गोहत्या के आरोपितों को 10 साल की सजा का प्रावधान होने से माना रहा है कि ऐसे अपराध पर अंकुश लग सकेगा। अधिकारियों का कहना है कि अभी तक गोकशी करने वाले जमानत पर जल्द छूटकर फिर इसी अपराध में लिप्त हो जाते हैैं। अब उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी जिससे उनमें डर पैदा होगा। 

25 मुकदमों की विवेचना जारी है

एसएसपी के मुताबिक, एक जनवरी 2020 से 14 जून के बीच जिले में कुल 47 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसमें 109 लोगों को आरोपित किया गया है। 75 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि चार ने सरेंडर किया है। 22 मुकदमों में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। 25 मुकदमों की विवेचना अभी जारी है। 

करेली में गिराया गया स्लाटर हाउस

हाल ही में पुलिस ने करेली क्षेत्र में नाले पर बने स्लाटर हाउस को जेसीबी से ढहाया था। इस अवैध स्लाटर हाउस के संचालक समेत तीन को गिरफ्तार किया गया था, जबकि पूर्व सांसद अतीक के करीबी समेत कई अभियुक्त अभी फरार हैं। इन पर भी पुलिस शिकंजा कसने की तैयारी में है। 

एसटीएफ ने किया था गिरोह का भंडाफोड़

एसटीएफ ने 2018 में गोहत्या और  तस्करी से जुड़े बड़े गैैंग का भंडाफोड़ किया था। कई जिलों में फैले गैंग में कई पुलिसकर्मी भी शामिल थे। कुछ दिन पहले एसटीएफ ने कानपुर जिला अदालत में नौकरी कर रहे बर्खास्त सिपाही को गिरफ्तार किया था। 

एसएसपी बोले

एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने कहा कि नए अध्यादेश से गोहत्या व तस्करी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। वे आसानी से जेल से छूट नहीं सकेंगे। सख्त कानून से इस अपराध में लिप्त लोगों में बदलाव भी आएगा।


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