मेरा मुंह मत खुलवाइए साहब...सब लेते रहे अवैध कमाई में हिस्सा, प्रतापगढ़ में सिपाही ने दो टूक कहा थानेदार से
अवैध शराब फैक्ट्री की जानकारी पुलिस विभाग के आलाधिकारियों को थी। यह बात रविवार को उस समय सामने आई जब नवागत एसओ ने सिपाहियों को फटकार लगाना शुरू किया तभी एक सिपाही ने एसओ को पलटकर जवाब दिया कि साहब मेरा मुंह मत खुलवाइए।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ जनपद में हथिगवां थाना क्षेत्र के झाझा का पुरवा नौबस्ता में अवैध शराब फैक्ट्री की जानकारी पुलिस विभाग के आलाधिकारियों को थी। यह बात रविवार को उस समय सामने आई, जब नवागत एसओ ने सिपाहियों को फटकार लगाना शुरू किया तभी एक सिपाही ने एसओ को पलटकर जवाब दिया कि साहब मेरा मुंह मत खुलवाइए। यहां से लेकर आलाधिकारियों तक को सब पता था कि अवैध कारखाना में शऱाब बनाकर सप्लाई की ज रही है लेकिन सबको अपने हिस्से से ही मतलब रहता है। इसी वजह से किसी अफसर ने इसकी रोकथाम के लिए कुछ नहीं किया। इतना कहकर सिपाही भावुक होकर वहां से चला गया।
ऐसे में यह बात साफ जाहिर हो गई कि झाझा का पुरवा में अवैध रूप से संचालित होने वाली शराब फैक्ट्री की जानकारी पहले से ही पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में थी। ऐसे में उस समय कार्रवाई क्यों नहीं की गई, यह पुलिस विभाग के आलाधिकारियों के लिए बड़ा सवाल है। फिलहाल अब देखना यह है कि इस मौत के कारोबार में कौन-कौन से अधिकारी शामिल थे और उन पर विभाग कौन सी कार्रवाई करता है।
आखिर किसकी है हजारों पेटी शराब
कुंडा कोतवाली क्षेत्र के बाबूगंज बाजार के पास से चार दुकानों पर डंप हजारों पेटी अंग्रेजी व देशी शराब बरामद होने के बाद पुलिस तलाश में जुट गई कि आखिर यह शराब किसकी है। दुकानों में डंप की गई शराब कहीं प्रधानी के चुनाव में खपाने के लिए तो नहीं डंप की गई थी। क्योंकि पुलिस को अभी तक इस बात का पता नहीं चल सका कि आखिर यह शराब किसकी है और जिन दुकानों में शराब को डंप किया गया था वह दुकान किसके नाम पर ली गई थी। ऐसे में रविवार को पूरे दिन इस बात की खोजबीन करती रही कि शराब को डंप करने वाला शराब माफिया कौन है और वह कहां है। फिलहाल पुलिस उसकी खोजबीन बेसब्री से कर रही है।