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छात्रा से दुष्कर्म का आरोपित शिक्षक गिरफ्तार, सोशल मीडिया पर कड़ी सजा की मांग

नाबालिग छात्रा से दुष्‍कर्म के आरोपित शिक्षक को पुलिस ने पकड़ लिया है। सोशल मीडिया पर कड़ी सजा दिलाने की मांग उठी है। हालांकि शिक्षक ने फर्जी फंसाने का आरोप लगाया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 07:21 PM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 07:21 PM (IST)
छात्रा से दुष्कर्म का आरोपित शिक्षक गिरफ्तार, सोशल मीडिया पर कड़ी सजा की मांग
छात्रा से दुष्कर्म का आरोपित शिक्षक गिरफ्तार, सोशल मीडिया पर कड़ी सजा की मांग

प्रयागराज : ट्यूशन पढ़ाने के दौरान नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म करने के आरोपित शिक्षक सुनील दुआ को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया। वह दिल्ली में गांधी पीस फाउंडेशन हॉस्टल में रहकर अपना इलाज करा रहा था। पुलिस का दावा है कि 25 हजार रुपये के इनामी अभियुक्त को सिविल लाइंस बस स्टैंड से पकड़ा गया है। 

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 ट्यूशन पढ़ाने के दौरान उसने बहला-फुसलाकर छात्रा से दुष्कर्म किया

गुरुवार दोपहर पुलिस लाइन सभागार में आरोपित को मीडिया के सामने पेश किया गया। एसएसपी अतुल शर्मा ने बताया कि सुनील दुआ अतरसुइया थाना क्षेत्र के मीरापुर मुहल्ले का रहने वाला है। 2012 में एक रेस्टोरेंट में छात्रा के परिजन से उसकी मुलाकात हुई थी। इसके बाद ट्यूशन पढ़ाने के दौरान उसने बहला-फुसलाकर छात्रा से दुष्कर्म किया। वह छात्रा का ब्रेन वॉश भी करता था। विश्वास बढ़ाने के लिए छात्रा और उसके माता-पिता से अलग-अलग बात करता था। 

ट्यूशन से हटाने पर करने लगा ब्लैकमेल 

परिजनों ने जब आरोपित को ट्यूशन से हटा दिया गया तो वह छात्रा को ब्लैकमेल करने लगा। इससे छात्रा डर गई थी। करीब पांच साल बाद हिम्मत जुटाकर पीडि़ता ने अपने घरवालों को शिक्षक की कारस्तानी बताई। इसके बाद इंस्ट्राग्राम पर आपबीती बताते हुए अभियुक्त की तस्वीर को शेयर किया था। पीडि़ता के पिता ने भी फेसबुक पर लिखा था, जिसके बाद मामला सामने आया। 

इंस्ट्राग्राम पर मामला आया तो केस दर्ज कर पुलिस ने तलाश शुरू की

सिविल लाइंस पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू की। क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर धर्मेंद्र यादव, स्वॉट टीम प्रभारी वृंदावन राय, एसआई विजय विक्रम और इंस्पेक्टर सिविल लाइंस राकेश चौरसिया की टीम ने कोलकाता से लेकर दिल्ली में छापेमारी की। इस दौरान अभियुक्त पर इनाम घोषित किया और फिर पकड़ लिया गया। वहीं, सोशल मीडिया पर छात्रा, उसके परिवार और फॉलोवर्स ने पुलिस को धन्यवाद देते हुए शिक्षक को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। 

विरोध करने पर फर्जी फंसाया 

आरोपित ने पुलिस के सामने मीडिया को बताया कि छात्रा और परिवार की गलत बातों का विरोध करने पर उसे फर्जी फंसाया गया है। वह कैंसर पीडि़त है, लेकिन हर सच्चाई का सामना करने को तैयार है। खुद को निर्दोष भी बताया है। 


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