दलालों का चक्कर छोड़े, ऑनलाइन बनेगा कामर्शियल वाहनों का परमिट Prayagraj News
अब तक वहां से बनने वाले ड्राइविंग लाइसेंस (डीएम) रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) आदि का काम आनलाइन हो चुका है। वहां पर फीस जमा करने की व्यवस्था भी बंद हो चुकी है।
प्रयागराज,जेएनएन। अब कामर्शियल वाहनों के परमिट के लिए वाहन मालिकों को न तो दलालों का सहारा लेना पड़ेगा और न ही अफसरों व बाबुओं के चक्कर लगाने पड़ेंगे। अब उनको आनलाइन आवेदन के बाद घर बैठे आनलाइन परमिट मिल जाएगा। नए साल में यह व्यवस्था प्रदेश भर में लागू कर दी गई है।
दलालों का तिलिस्म तोडने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था
परिवहन विभाग में दलालों के दखल को देखते हुए वहां की सभी सेवाएं आनलाइन की जा रही है। जिससे लोगों को कार्यालय कम जाना पड़े और उनका काम आसानी हो जाय। अब तक वहां से बनने वाले ड्राइविंग लाइसेंस (डीएम), रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) आदि का काम आनलाइन हो चुका है। वहां पर फीस जमा करने की व्यवस्था भी बंद हो चुकी है। अब सभी तरह की फीस आनलाइन ही जमा होती है। आनलाइन होने से काम में पारदर्शिता आई है और लोग दलालों के चंगुल में कम ही फंस रहे हैं। इसी कड़ी में अब कामर्शियल वाहनों की परमिट व्यवस्था भी आनलाइन कर दी गई है।
एसएमएस से मिलेगी आवेदक को हर जानकारी
परमिट के लिए वाहन मालिक को परिहवन विभाग की वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन होने के बाद अगले तीन दिनों में कार्यालय के बाबू उसकी जांच करेंगे। जांच प्रक्रिया पूरी होने पर वाहन मालिक के मोबाइल पर एसएमएस जाएगा। मैसेज मिलने के बाद वाहन मालिक को आनलाइन फीस जमा करना होगा। फीस जमा होने के अगले दो दिन बाद आरटीओ उसे स्वीकृत या अस्वीकृत करेंगे। उसका मैसेज वाहन मालिक के पास जाएगा। फिर से उसे वह आनलाइन प्रिंट लेकर वाहन सड़क पर चला सकते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में आवेदक को कार्यालय जाने की जरूरत नहीं है। अगर उसका आवेदन अस्वीकृत होगा तो कारण बताया जाएगा। फिर उन कमियों को पूरा करके दुबारा आवेदन किया जा सकता है। आरटीओ प्रशासन आरके सिंह ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए सभी सेवाएं आनलाइन और पारदर्शी की जा रही है। इससे लोगों को आसानी होगी। उन्होंने कहा कि कोई भी वाहन मालिक दलालों के चक्कर में न पड़े और खुद ही इस काम को आसानी से करा सकता है।