प्रतापगढ़ में गरीबों की खातिर बनाया जाएगा स्थायी रैन बसेरा
पालिका की इस कवायद से रैनबसेरा बनने की उम्मीद लोगों में जग गई है। जल्द ही यह मुद्दा नगर पालिका बोर्ड की बैठक में भी रखा जाएगा।
प्रयागराज : ठंड से कांपते हुए गरीबों और मजदूरों को सर्द रात बिताने से अब छुटकारा मिलेगा। उनको सही-सलामत व सुविधायुक्त रैन बसेरे की सुविधा मिलेगी। अब यह पूरी उम्मीद है कि शहर में स्थायी रैन बसेरा अब बन जाएगा। इसके लिए दैनिक जागरण की पहल पर नगर पालिका ने इसकी कवायद शुरू कर दी है।
शहर की करीब एक लाख से अधिक की आबादी है। यहां जिले के हर कोने से रोजी-रोटी की तलाश में गरीब व मजदूर आते हैं। खासकर कड़ाके की सर्दी में वह इस ¨चता में हो जाते हैं कि रात कहां बिताएंगे। होटल का बिल वह दे नहीं सकते और एक भी स्थायी रैन बसेरा है नहीं। देखा जाए तो अधिकांश जनप्रतिनिधि शहर से जुड़े हैं। उन्हें गरीबों व बेसहारा लोगों की कतई फिक्र नहीं है। यही वजह है कि आजादी के बाद से अब तक शहर को जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधि एक पक्का रैन बसेरा नहीं दे सके। इसका खामियाजा गरीबों व बेसहारा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
शहर में स्थायी रैन बसेरा न होने से ठंड में ठिठुरने वाले गरीबों की पीड़ा को प्रशासन न सही दैनिक जागरण ने महसूस किया। जिम्मेदारों की सोई संवेदना जगाने के लिए समाचारीय अभियान चलाया। अभियान में जनप्रतिनिधि, साहित्यकार, वरिष्ठ समेत लोगों से बात की गई। सबने इसे जरूरी बताया। अभियान को पालिका प्रशासन ने संज्ञान में लेते हुए नगर क्षेत्र में स्थायी रैन बसेरा के निर्माण किए जाने के संबंध में शनिवार को प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग लखनऊ को पत्र लिखा। पालिका की इस कवायद से रैनबसेरा बनने की उम्मीद लोगों में जग गई है। जल्द ही यह मुद्दा नगर पालिका बोर्ड की बैठक में भी रखा जाएगा। शहर में रैनबसेरा न होने गरीब व बेसहारा लोगों को ठंड में काफी दिक्कतें होती हैं। दैनिक जागरण के इस अभियान को संज्ञान में लेते हुए रैन बसेरा के निर्माण कराने के लिए प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग को पत्र लिखा गया है। निर्माण के लिए बोर्ड की बैठक में भी प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।
- प्रेमलता ¨सह, नगर पालिकाध्यक्ष।