पुराने शहर में जाम से लोगों को जल्द मिल जाएगी राहत
स्मार्ट सिटी के तहत शहर में चार-पांच स्थानों पर भूमिगत अथवा मल्टी पार्किंग बनाने की तैयारी है। इसके तहत पहली भूमिगत पार्किंग बनने का रास्ता साफ हो गया है।
प्रयागराज : वह दिन दूर नहीं जब पुराने शहर के जीरो रोड, बहादुरगंज, मीरगंज, लोकनाथ और चौक क्षेत्रों में जाम की समस्या से लोगों को कुछ हद तक राहत मिल जाएगी। यह संभव होगा बहादुरगंज स्थित मोती पार्क में तीन तल के भूमिगत पार्किंग के बनने से। भूमिगत पार्किंग बनने का रास्ता अब साफ हो गया है। स्मार्ट सिटी के निदेशक मंडल ने भूमिगत पार्किंग के लिए तैयार डिटेल्स प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी दे दी है।
स्मार्ट सिटी के तहत शहर में चार-पांच स्थानों पर भूमिगत अथवा मल्टी पार्किंग बनाने की तैयारी है। इसके तहत पहली भूमिगत पार्किंग बनने का रास्ता साफ हो गया है। कागजी कार्रवाई लगभग अंतिम चरण में है। क्षेत्रफल में हल्का संशोधन संबंधी मंजूरी एडीए से मिलते ही नगर निगम की ओर से टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। पार्क का स्वरूप यथावत रहेगा। पहले 3600 स्क्वायर मीटर क्षेत्रफल में बननी थी पार्किंग :
पार्क का कुल क्षेत्रफल करीब 3600 स्क्वायर मीटर है। पहले इतने क्षेत्रफल में पार्किंग बनाने की योजना थी। बाद में प्राधिकरण की ओर से पुरानी जीटी रोड के चौड़ीकरण के मद्देनजर रोड के तीनों तरफ छह-छह मीटर जगह छोड़ने की बात कही गई। लिहाजा, 3240 स्क्वायर मीटर क्षेत्रफल में पार्किंग बनाने के लिए डीपीआर तैयार किया गया। 118 चार पहिया वाहन किए जा सकेंगे खड़े :
तीन तल की भूमिगत पार्किंग के ऊपरी तल पर आधे हिस्से में कामर्शियल गतिविधियां संचालित होंगी। बाकी के आधे हिस्से और इसके नीचे के दो तल में 118 चार पहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होगी। पार्किंग का निर्माण पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत कराने की योजना है। चयनित एजेंसी को दुकानों का किराया और पार्किंग शुल्क वसूलने की जिम्मेदारी दी जाएगी। निगम के मुख्य अभियंता सतीश कुमार का कहना है कि जमीन की कुछ औपचारिकता होनी है। उसके पूरा होते ही टेंडर कराया जाएगा।