रिजर्वेशन काउंटर पर नकदी का संकट, रिफंड के लिए घंटों इंतजार Prayagraj News
फार्म भर कर उन्हें अपना टिकट निरस्त कराया। मगर काउंटर पर पैसे न होने के कारण उन्हें आधे घंटे तक वहीं पर रुकना पड़ा। उसके बाद पैसा मिल पाया।
प्रयागराज,जेएनएन। रेलवे 25 मई से लोगों को निरस्त ट्रेनों का रिफंड दे रहा है। रिजर्वेशन काउंटर पर रिफंड के लिए पर्याप्त नकदी न होने से लोगों को एक से डेढ घंटे तक इंतजार करना पड रहा है। कई लोग तो यह स्थिति देख कर काउंटर से लौट जा रहे हैं।
25 मई से निरस्त हुई गाडियों के टिकटों का रिफंड कर रहा रेलवे
कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने पर रेलवे ने 22 मार्च से सभी सवारी गाडिय़ों को निरस्त कर दिया था। साथ ही सभी काउंटर भी बंद कर दिए थे। 22 मई को रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों के रिजर्वेशन के लिए काउंटर खोले। 25 मई से रिफंड देना शुरू किया। सोमवार को छोटा बघाड़ा के रहने वाले मयंक अपना टिकट निरस्त कराने के लिए प्रयाग जंक्शन पर गए। फार्म भर कर उन्हें अपना टिकट निरस्त कराया। मगर काउंटर पर पैसे न होने के कारण उन्हें आधे घंटे तक वहीं पर रुकना पड़ा। उसके बाद पैसा मिल पाया।
साढे चार सौ रुपये के लिए आधे घंटे तक किया इंतजार
मम्फोर्डगंज के रहने वाले रजनीश सक्सेना प्रयागराज जंक्शन पर टिकट निरस्त कराने गए। काउंटर पर पैसा न होने पर उन्हें साढ़े चार सौ रुपये के लिए आधे घंटे से ज्यादा इंतजार करना पड़ा। काउंटर पर बैठे रेलकर्मी ने उन्हें बताया कि पैसा मिलते ही दे दिया जाएगा। लगभग पौने घंटे के इंतजार के बाद वह बिना पैसे लिए काउंटर से लौट आए। नैनी के मोहब्बतगंज में रहने वाले अकरम प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर रिफंड लेने के लिए गए। काउंटर पर पैसा न होने पर उन्हें कुछ देर वहां पर इंतजार करना पड़ा।
रिजर्वेशन कराने वालाें की संख्या बढने पर स्थिति हो जाएगी सामान्य
प्रयागराज मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि एक-एक व्यक्ति कई टिकट निरस्त करा रहा है। इसलिए थोड़ा समय लग रहा है। अभी टिकट निरस्त कराने वालों की संख्या ज्यादा है। इसलिए काउंटर पर नकदी की थोड़ी समस्या भी रहती है। जैसे-जैसे रिजर्वेशन कराने वालों की संख्या बढ़ती जाएगी, वैसे-वैसे यह समस्या समाप्त हो जाएगी।