हिंदुस्तानी एकेडेमी में मानवता का संदेश देने को जुटे विभिन्न समुदाय के लोग
हिंदुस्तानी एकेडमी में सभा का आयोजन हुआ। इसमें जुटे विभिन्न समुदायों के विशिष्टजनों ने लोगों को मानवता का संदेश दिया। साथ ही देश की एकता और अखंडता बनाए रखने की अपील की।
प्रयागराज : हिंदुस्तानी एकेडेमी के सभागार में एक साथ एक मंच पर दू, मुस्लिम, सिख और इसाई धर्मगुरु मौजूद रहे। मंच से उन्होंने सभी को मानवता का संदेश दिया। धर्मगुरुओं ने कहा कि जब तक खुद को एक नहीं समझेंगे, तब तक हमारा देश विकसित नहीं हो सकता है। सभी ने संकल्प लिया कि हम सब मिलकर देश को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
...तभी देश में स्थापित हो सकेगा अमन-चैन : आचार्या दास
इस अवसर पर प्रमुख वक्ता के रूप में मौजूद इस्कॉन मंदिर प्रयागराज के अध्यक्ष आचार्या दास ने कहा कि मनुष्य का शरीर चार भागों में बंटा है। यह सब मिलकर काम करते हैं तभी इंसान कुछ कर सकता है। इसी प्रकार से देश में रहने वाले सभी धर्मों के लोग एक साथ मिलकर रहेंगे तभी देश में अमन, चैन स्थापित होगा।
हमें अपनी मानवता की विशेषता को नहीं त्यागना चाहिए : मौलाना मुईद
फतेहपुर से आए मौलाना अब्दुल मुईद ने कहा कि जो हैवानी विशेषताओं एवं विचारों के धारक हैं उनको देखकर हमें अपनी मानवता की विशेषता का त्याग नहीं करना चाहिए। लखनऊ से आए मौलाना जमीन अहमद सिद्दीकी ने कहा कि हम जब भी कुछ सोचें तो किसी धर्म विशेष के लिए नहीं बल्कि सभी इंसानों के लिए सोचें। आयोजक महमूद हसन गाजी ने कहा कि आज सभी धर्मों में दो गुट हो गए हैं। एक वे जो मानवतावादी हैं और दूसरे वे जो दानवता वादी हैं। ईश्वर के सबसे नजदीक वही होता है जो सबसे अधिक इंसानों को प्यार करने वाला होता हैै।
सभी के अंदर ईश्वर का अंश : चिरंजन पालसन
बाइबिल सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष चितरंजन पालसन ने कहा कि हर एक मनुष्य के अंदर ईश्वर का अंश है। यदि हमने मानवता त्याग दी तो हम अपने अंदर से उस अंश को निकाल फेंक चुके हैं। इस मौके डिप्टी चीफ वार्डेन सिविल लाइंस डिफेंस सरदार अजीत ंिसह, मोनिसुर्रहमान, जमील अहमद आदि मौजूद रहे।