प्रयागराज की पंचकोसी परिक्रमा से दुनिया भर के लोग जुड़ सकेंगे, अखाड़ा परिषद ने उठाया है इसका बीड़ा
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि ने बताया कि 27 से 29 जनवरी के बीच पंचकोसी परिक्रमा आरंभ की जाएगी। संगम का पूजन व किले में स्थित प्राचीन अक्षयवट का दर्शन करके परिक्रमा आरंभ की जाएगी। इंटरनेट मीडिया के जरिए यात्रा प्रसारित की जाएगी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। दुनिया भर के लोग सनातन धर्म की परंपरा, संस्कार और संस्कृति की प्रतीक प्रयागराज की वैभवपूर्ण पंचकोसी परिक्रमा से खुद को जोड़ सकेंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद मकर संक्रांति के बाद यह परिक्रमा कराएगी। देश-विदेश के श्रद्धालुओं को परिक्रमा से जोडऩे व उन्हें पुण्य अर्जित कराने के लिए इसका इंटरनेट मीडिया पर प्रसारण भी किया जाएगा। साथ ही पंचकोसी परिक्रमा का स्वरूप बढ़ाने व आम लोगों को इससे जोडऩे के लिए अखाड़ा परिषद ने संतों के साथ आम श्रद्धालुओं को भी परिक्रमा में शामिल करने का निर्णय लिया है।
मुगलकाल में परिक्रमा रुकी थी, अखाड़ा परिषद ने 2019 के कुंभ में शुरू कराई
प्रयागराज में अंतर्वेदी, बहिर्वेदी व पंचक्रोसी परिक्रमा का विधान है। हालांकि मुगलकाल में परिक्रमा की परंपरा रुक गई थी। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने प्रयागराज में 2019 में हुए कुंभ पर्व (मेला) में परिक्रमा की परंपरा पुन: आरंभ कराई थी। इधर, कोरोना संक्रमण के कारण परिक्रमा होने पर संशय की स्थिति थी लेकिन परंपरा टूटने न पाए उसके लिए परिक्रमा की जाएगी।
स्थलों का महत्व व पूजन विधि का बखान करेंगे संत
आम श्रद्धालुओं को परिक्रमा के प्रति प्रेरित करने के लिए प्रतिदिन उसकी वीडियो रिकार्डिंग कराई जाएगी। संत जहां-जहां जाएंगे वहां के धार्मिक, पौराणिक महत्व का बखान करेंगे। संबंधित स्थल का कैसे पूजन किया जाए और उसका क्या फल मिलेगा उसका भी बखान किया जाएगा। प्रतिदिन की रिकार्डिंग इंटरनेट मीडिया के माध्यम फेसबुक, यूट्यूब में प्रसारित किया जाएगा। अखाड़ा परिषद से जुड़े जिन महात्माओं की संस्था की वेबसाइट बनी है वीडियो को उसमें भी अपलोड किया जाएगा।
इसी माह शुरू होगी पंचकोसी परिक्रमा, इंटरनेट मीडिया पर होगी प्रसारित
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि ने बताया कि 27 से 29 जनवरी के बीच पंचकोसी परिक्रमा आरंभ की जाएगी। संगम का पूजन व किले में स्थित प्राचीन अक्षयवट का दर्शन करके परिक्रमा आरंभ की जाएगी। परिक्रमा के जरिए आस-पास के तीर्थस्थलों से लोग जुड़े उसके लिए श्रद्धालुओं को भी उसमें शामिल किया जाएगा। साथ ही इंटरनेट मीडिया के जरिए यात्रा प्रसारित की जाएगी।
पर्यटन विभाग को देेंगे पंचकोसी परिक्रमा की रिकार्डिंग
प्रयागराज की पंचकोसी परिक्रमा का प्रचार-प्रसार करने के लिए संत रिकार्डिंग पर्यटन विभाग को भी देंगे। पर्यटन विभाग की वेबसाइट में उसे अपलोड करने को कहेंगे, जिससे अधिक लोग उससे जुड़ सकें।