Holi के हुड़दंग में लोग भूले Covid-19 के सारे नियम, कोराेना संक्रमण काल में पहली बार मिली इतनी छूट
इन दिनों जब कोरोना का खतरा ज्यादा हो गया है। कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या दिनोदिन बढ़ रही है और होली के उल्लास में यह खतरनाक स्थिति दरकिनार है। रंगों की बौछार में अपनी सेहत से खिलवाड़ उचित नहीं है।
प्रयागराज, जेएनएन। होली रंगों का त्योहार है तो यह युवाओं में उत्साह भी जगाता है। हालांकि इस जोश में होश खो बैठने का नजारा भी सड़क से लेकर घरों तक दो दिनों से दिख रहा है। रंगोत्सव के सुरूर में कोविड-19 के सभी नियम ताख पर रहे। साल भर में पहली बार मास्क का उपयोग कहीं नहीं हुआ। फिजिकल डिस्टनसिंग, खाने खिलाने में सतर्कता के नियम भी टूटे।
संक्रमण काल मे है बड़ा खतरा
इन दिनों जब कोरोना का खतरा ज्यादा हो गया है और स्थिति पिछले साल जैसी हो रही है तो स्वयं सुरक्षा की जरूरत पहले से ज्यादा है। कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या दिनोदिन बढ़ रही है और होली के उल्लास में यह खतरनाक स्थिति दरकिनार है। रंगों की बौछार में अपनी सेहत से खिलवाड़ किसी के लिए उचित भी नहीं है।
ऐसी भी न करें मस्ती
वरिष्ठ चिकित्सकों का कहना है कि जीवन मे रंग भरें लेकिन खतरा बेहद नजदीक है इसे भी याद रखें। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के डॉक्टर मनोज माथुर और डॉक्टर संतोष सिंह का कहना है कि इन दिनों कोरोना का खतरा ज्यादा है। होली के त्योहार में किसी को उल्लास के वातावरण में रहने से मना भी नहीं किया जा सकता। लेकिन कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन पूरी तरह से कोरोना को न्योता देना है। लोगों को इसके प्रति संवेदना बरतनी होगी।
कोविड अस्पताल में 65 मरीज
एसआरएन के कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 65 हो गई है। आईसीयू इंचार्ज डॉक्टर नीलम सिंह ने बताया कि मरीजो की संख्या बढ़ रही है। कई गंभीर हैं। कोविड कि दोबारा चली लहर पहले से ज्यादा खतरनाक है इसलिये लोग सतर्क एहते हुए ही त्योहार मनाएं।