सारनाथ एक्सप्रेस रद होने पर जंक्शन पर फंसे बाराती, जाना था छपरा रह गए प्रयागराज में
छपरा जा रहे 30 यात्री जंक्शन पर फंस गए। सभी बारात में शामिल होने के लिए प्रयागराज आए थे और शादी संपन्न होने के बाद छपरा वापस जा रहे थे। लेकिन स्टेशन पर पहुंचने के बाद पता चला कि ट्रेन रद हो गई है
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। सारनाथ एक्सप्रेस के अचानक रद हो जाने से यात्री परेशान रहे। पूर्व सूचना न होने के कारण यात्री स्टेशन पर पूछताछ काउंटर से लेकर अधिकारियों की चौखट पर भटकते रहे। छपरा जा रहे 30 यात्री जंक्शन पर फंस गए। सभी बारात में शामिल होने के लिए प्रयागराज आए थे और शादी संपन्न होने के बाद छपरा वापस जा रहे थे। गांव में भी एक दिन बाद शादी है और उसमें सभी को शामिल होना है। लेकिन, स्टेशन पर पहुंचने के बाद पता चला कि ट्रेन रद हो गई है। रिश्तेदारों को स्टेशन पर छोड़ने आए परिजन भी अचानक ट्रेन रद होने की सूचना पर परेशान हो गए और अधिकारियों से मिलकर दूसरी ट्रेन से जाने की व्यवस्था की मांग करने लगे। लेकिन, जंक्शन से गुजरने वाली किसी भी ट्रेन में जगह नहीं थी।
गोंदिया एक्सप्रेस से रवाना हुए 30 लोग
दूल्हे के भाई श्रीकांत सिंह ने बताया कि मूलत: वह बिहार के छपरा के रहने वाले हैं। पिछले 15 सालों से प्रयागराज में ही स्थायी निवास कर रह रहे हैं। 1 दिसंबर को उनके भाई की शादी थी तो बारात में शामिल होने के लिए छपरा से नात-रिश्तेदार घर आए थे। 3 दिसंबर को बारातियों को शादी के बाद वापस छपरा भेजे जाने के लिए सारनाथ एक्सप्रेस में 30 टिकट बुक कराए गए थे। शुक्रवार को परिवार के लोग और रिश्तेदार बारातियों को लेकर जंक्शन पहुंचे। ट्रेन रद होने की जानकारी के बाद श्रीकांत ने ट्विटर पर मदद मांगी, लेकिन कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हो सकी। पहले इंडियन रेलवे सेवा ने उत्तर दिया तो प्रतिउत्तर में डीआरएम प्रयागराज ने पीएनआर नंबर व मोबाइल नंबर मांगा। उम्मीद जगी कि मदद मिलेगी, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं हो सकी। बाद में स्वजन रिश्तेदारों को लेकर छिवकी नैनी स्टेशन पहुंचे और यहां गोंदिया एक्सप्रेस में सभी 30 यात्रियों को बैठाया गया। यात्रियों में बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे भी शामिल थे। स्टेशन अधीक्षक व निरीक्षक से अनुनय विनय किया कि यात्रियों को परेशान न किया जाए, उनका पहुंचना आवश्यक है।