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EPFO में सूचना अपडेट नहीं, 32714 बुजुर्गों की पेंशन रुकी Prayagraj News

बुजुर्गों को पेंशन उनके खातों में जाती है। नियम है कि पेंशनर्स को साल में एक बार कार्यालय आकर अपना जीवन प्रमाण पत्र अपडेट कराना होता है। अपडेट करने की प्रक्रिया नवंबर में शुरु हुई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 25 Jan 2020 09:18 AM (IST)Updated: Mon, 27 Jan 2020 04:10 PM (IST)
EPFO में सूचना अपडेट नहीं, 32714 बुजुर्गों की पेंशन रुकी Prayagraj News
EPFO में सूचना अपडेट नहीं, 32714 बुजुर्गों की पेंशन रुकी Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन । कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय में जीवन का प्रमाण पत्र अपडेट न कराने वाले 32714 बुजुर्गों की पेंशन रोक दी गई है। ऐसे पेंशनर्स को कहा गया है कि वह कार्यालय में पहुंचकर अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा कर दें। इस बीच यदि किसी पेंशनधारक की मौत हो गई है तो उनके परिवार के लोगों से भी अपडेट सूचना देने को कहा गया है।

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साल में एक बार कार्यालय आकर जीवित प्रमाण पत्र कराना होता है अपडेट

सहायक भविष्यनिधि आयुक्त पेंशन अकील अहमद सिद्दीकी ने बताया कि यहां से प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अमेठी और फैजाबाद जिले के 53929 बुजुर्गों को पेंशन उनके खातों में भेजी जाती है। नियम है कि सभी पेंशनर्स को साल में एक बार कार्यालय आकर अपना जीवन प्रमाण पत्र अपडेट कराना होता है। इसे अपडेट करने की प्रक्रिया नवंबर से शुरू हो गई थी।

बायोमीट्रिक मशीन पर अंगूठे या अंगुली का निशान भी होता है प्रमाणित

इस प्रक्रिया में पेंशनर को बायोमीट्रिक मशीन पर अंगूठे या अंगुली का निशान भी प्रमाणित कराना होता है। इस कार्य के लिए कार्यालय में चार काउंटर बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि नवंबर से अब तक 21215 पेंशनरों ने ही जीवन प्रमाण पत्र अपडेट कराया है। दिसंबर तक सभी को अपडेट करा देना था, लेकिन अब भी अपडेट न कराने पर 32714 पेंशनरों की पेंशन रोक दी गई है। अगर अब भी अपडेट नहीं कराएंगे तो इनके खाते में पेंशन नहीं भेजी जाएगी।

1.80 करोड़ की अघोषित आय का राजफाश

मीरजापुर शहर में तीन फर्मों पर आयकर विभाग का सर्वे शुक्रवार सुबह छह बजे तक चला। इसमें से दो फर्मों में करीब 1.80 करोड़ रुपये की अघोषित आय का राजफाश हुआ जबकि एक फर्म के मालिक के न मिलने पर समन जारी कर बुलाया गया। आयकर विभाग की तीन टीमों ने गुरुवार को दोपहर करीब तीन बजे मीरजापुर में एक साथ तीन फर्मों पर सर्वे शुरू किया था। इसमें एक नर्सिंग होम, एक सराफा और एक बरात घर शामिल है।

सर्वे की कार्रवाई से जिले में खलबली

ज्वाइंट कमिश्नर (द्वितीय) एके राय की अगुवाई में यह कार्रवाई पूरी रात चली। तीनों टीमें शुक्रवार की सुबह छह बजे सर्वे पूरा करके वापस लौटीं। तीनों फर्मों के बही-खाते की छानबीन में काफी गड़बडिय़ां सामने आई हैं। नर्सिंग होम से करीब एक करोड़ और सराफा कारोबारी के यहां से लगभग 80 लाख रुपये की अघोषित आय का राजफाश हुआ। बरात घर मालिक के न मिलने के कारण उन्हें समन जारी कर अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है। अफसरों का कहना है कि फर्म संचालकों से नियम के मुताबिक 30 फीसद टैक्स और जुर्माना जमा कराया जाएगा।


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