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नजूल प्‍लाट पर बने 90 परिवारों के आशियाने जमींदोज, विरोध में रास्‍ताजाम व हंगामा Prayagraj News

सिविल लाइंस के थार्नहिल रोड पर नजूल प्‍लाट पर बने कच्‍चे और पक्‍के आशियानों को पीडीए ने रविवार को ध्‍वस्‍त कर दिया। विरोध में वहां रहने वाले लोगों ने रास्‍ताजाम किया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 17 Nov 2019 02:45 PM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 03:44 PM (IST)
नजूल प्‍लाट पर बने 90 परिवारों के आशियाने जमींदोज, विरोध में रास्‍ताजाम व हंगामा Prayagraj News
नजूल प्‍लाट पर बने 90 परिवारों के आशियाने जमींदोज, विरोध में रास्‍ताजाम व हंगामा Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। सिविल लाइंस के थार्नहिल रोड पर नजूल प्लाट नंबर 129 सिविल स्टेशन पर से रविवार को पक्‍के और कच्‍चे आशियाने को ध्‍वस्‍त कर दिया गया। पीडीए के अधिकारी, कर्मचारियों समेत अतिक्रमण तोड़ू दस्‍ता और भारी संख्‍या में पुलिस फोर्स मौजूद रहीं। वर्षों से रह रहे करीब 90 परिवार के लोग अपना आशियाना तोड़े जाने से आक्रोशित हो उठे। लोगों ने रास्‍ताजाम कर बवाल किया। हालांकि फोर्स ने तत्‍काल उन्‍हें तितर-बितर कर दिया। महिलाओं के करुण क्रंदन होते रहे, वहीं एक महिला अचेत भी हो गई। फिलहाल अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई जारी है।

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नजूल प्‍लाट का सर्वे करने पहुंचे अफसरों का विरोध हुआ था

तीन नवंबर को पूर्व उक्‍त भूमि का सर्वे करने गए नगर निगम और प्रयागराज विकास प्राधिकरण अफसरों और कर्मचारियों का यहां रहने वालों ने जबरदस्त विरोध किया था। लोगों ने अफसरों और कर्मचारियों को घेर कर हंगामा किया। थार्नहिल रोड पर रास्‍ताजाम भी किया था। मौके पर मौजूद पुलिस ने लोगों को समझाकर जाम खुलवाया था। लोगों से प्लाट पर बने घरों को तत्काल खाली करने का आदेश दिया गया है।

हाई कोर्ट ने नजूल प्‍लाट खाली कराने का  दिया है आदेश

थार्नहिल रोड पर जागृति अस्पताल में बगल में स्थित नजूल प्लाट को खाली कराने का आदेश हाई कोर्ट से हुआ है। तकरीबन छह हजार वर्ग मीटर इस जमीन पर नगर निगम की कार्यशाला और वार्ड कार्यालय बनाया जाना है। इस प्लाट पर पक्के कच्चे घर बनाकर तकरीबन 90 परिवार वर्ष 1962 से रह रहे थे। हाई कोर्ट के आदेश के बाद तीन नवंबर को नगर निगम से नजूल, नक्शा व इंजीनियरिंग विभाग के अभियंता, कर्मचारी, पीडीए के ओएसडी आलोक पांडेय व सत शुक्ला प्लाट का सर्वे करने पहुंचे। इसमें यह देखा जाना था कि प्लाट पर कितने कच्चे पक्के घर हैैं, कितना खुला और कवर्ड एरिया है। 

ध्‍वस्‍तीकरण की कार्रवाई को पहुंची टीम को देख सहम गए लोग

नगर निगम और एडीए के अधिकारियों के साथ ही कर्मचारियों ने वहां पहुंचकर घरों को तोड़ने लगे। इसका वहां रहने वालों ने विरोध शुरू कर दिया। लोगों ने कर्मचारियों और अफसरों को घेर लिया। शोर-शराबा करते हुए काफी लोग मुख्य सड़क पर पहुंचे गए और जाम लगा दिया। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स ने लोगों को सख्‍ती से वहां से हटा दिया। फिर ध्‍वस्‍तीकरण की कार्रवाई शुरू हुई। अफसरों का कहना है कि यहां रहने वालों को घर खाली करने के समय दिया गया था। इसके बाद प्लाट खाली कराने की कार्रवाई की गई। 


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