नए सत्र से बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं अभिभावक क्योंकि Prayagraj में कोरोना महामारी का जोखिम अब भी है बना
कोविड-19 की रफ्तार कम हो चुकी है। टीकाकरण शुरू होने के बाद स्कूलों में पढ़ाई पटरी पर लाने की कोशिश है। शासन की तरफ से स्कूलों को खोलने के निर्देश जारी हो चुके हैं बावजूद इसके अभिभावक चुप हैं। अधिकांश माता-पिता बच्चों को नए सत्र से विद्यालय भेजना चाहते हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। कोविड-19 की रफ्तार कम हो चुकी है। टीकाकरण शुरू होने के बाद स्कूल कालेजों में पढ़ाई को पटरी पर लाने की कोशिश है। शासन की तरफ से स्कूलों को खोलने के निर्देश जारी हो चुके हैं, बावजूद इसके अभिभावक चुप हैं। अधिकांश माता-पिता अपने बच्चों को नए सत्र से विद्यालय भेजना चाहते हैं। उनमें अब भी बच्चों की सुरक्षा के लिए संशय बना है क्योंकि कोरोना का संक्रमण अभी जनपद में भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।
शहर के ज्यादातर स्कूलों में शुरू कर दी गई है तैयारी
पतंजलि ऋषिकुल के प्रधानाचार्य नित्यानंद सिंह ने बताया कि सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों को संदेश भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही सहमतिपत्र मिल जाएंगे लेकिन करीब 80 प्रतिशत अभिभावक नए सत्र से बच्चों को विद्यालय भेजना चाहते हैं। इसी क्रम में गंगा गुरुकुलम की प्रधानाचार्य अल्पना डे ने बताया कि विद्यालय खोलने की तैयारी पूरी हो चुकी है। कोविड-19 से बचाव के सभी उपाय किए गए हैं। अभी 50 प्रतिशत अभिभावक ही बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं। टैगोर पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य अर्चना तिवारी ने बताया कि अभी अभिभावकों की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला है। बीएचएस से सीबी ल्यूक ने बताया कि शासन के निर्देश के अनुसार स्कूल खोले जाएंगे। अब तक कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों की कक्षाएं चल रही थीं। अभी कक्षा छह से आठ तक के अभिभावकों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। जीआइसी के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों को सूचना दे दी गई है। 10 फरवरी से कक्षाओं का संचालन शुरू होगा।