अभिभावकों ने जाना दीक्षा और रीड एलांग एप के लाभ, इस्तेमाल का तरीका से भी हुए रूबरू Prayagraj News
प्रधानाध्यापक डॉ. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बच्चों व अभिभावकों के लिए भी शिक्षा के महत्व बताए। उन्होंने कहा कि अधिकार मांगने से जल्दी नहीं मिलता उसके लिए संघर्ष करना पड़ता है। और यह तभी सम्भव है जब हर व्यक्ति सुशिक्षित व जागरूक हो।
प्रयागराज, जेएनएन। दीक्षा एप व रीड एलांग एप का मोबाइल में इस्तेमाल करने का तरीका सबसे अच्छा होता है। ऑनलाइन पढ़ाई का लाभ बच्चों को मिल रहा है। एनसीईआरटी की किताबों व कोर्स भी मिलता है। ऑनलाइन पढ़ाई में बच्चे दिलचस्पी भी ले रहे हैं। ये बातें सहायक अध्यापक मोहम्मद हसीन ने प्राथमिक विद्यालय बघोलवा आदिवासी बस्ती जसरा में प्रबंध समिति की पहली बैठक में कहीं।
समिति के सचिव व प्रधानाध्यापक डॉ. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बच्चों व अभिभावकों के लिए भी शिक्षा के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अधिकार मांगने से जल्दी नहीं मिलता, उसके लिए संघर्ष करना पड़ता है। और यह तभी सम्भव है, जब हर व्यक्ति सुशिक्षित व जागरूक हो। इसके पहले संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हेंं याद किया। सभी सदस्यों ने बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराने, विद्यालय का भौतिक वातावरण आकर्षक बनाने की बात कही।
इस दौरान कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन करने पर भी सहमति जताई गई। समिति के अधिकारों, कर्तव्यों व अपनी भूमिका के बारे में भी सदस्यों ने चर्चा की। अभिभावकों को प्रेरणा लक्ष्य समझाया गया, जिसे बच्चों को प्राप्त कराने और विद्यालय को प्रेरक विद्यालय बनाने में उनकी पूर्ण सहभागिता व सहयोग की अपेक्षा की गई। सभी सदस्यों ने टीम भावना से कार्य करने में सहयोग करने का आश्वासन दिया। अध्यक्षता कान्हाजी ने किया। इस अवसर पर शिक्षामित्र विजय कुमार यादव, विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष मुन्नालाल, रजोल, सीमा, कल्पना, शशिपाल, शशिकला, सुषमा देवी, राजू , प्रेमकली, हर्ष नारायण, बुद्धिमान, महेंद्र, विरेंद्र कुमार आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।