पंचायत चुनाव 2021: आरक्षण सूची जारी नहीं होने से दावेदारों में दिख रही असमंजस और बेसब्री भी
दावेदार इस बात की प्रतीक्षा करते रहे कि जैसे ही आरक्षण सूची चस्पा की जाए गांव की आरक्षण सीट तय होते ही वह तुरंत अपने गांव के मतदाताओं से मिलकर प्रचार-प्रसार शुरू करेंगे लेकिन देर शाम तक सूची चस्पा नहीं होने से प्रत्याशी असमंजस में दिखाई दिए।
प्रयागराज, जेएनएन। पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ में ग्राम पंचायतों में आरक्षण की सूची भले ही अभी तक तैयार नहीं हो पाई है, लेकिन दावेदार सुबह से ही अपने करीबियों व ब्लॉक में पहुंचकर आरक्षण सूची देखने के उत्सुकता में चक्कर काटते हुए दिखाई दिए। वहीं इंटरनेट मीडिया पर प्रधान पद, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के आरक्षण की सूची वायरल होती दिखाई दी। पहले से आरक्षण सूची के आधार पर गांव में मिलने जुलने का दौर अपने चरम पर था तो वहीं हाईकोर्ट के आदेश के बाद जब दूसरी सूची के आने की खबर प्रत्याशियों को लगी तो आरक्षण की जद से बाहर हुए कई प्रत्याशी के चेहरे पर मुस्कान दिखने लगी।
आरक्षण की सूची चस्पा होने का इंतजार करते रहे दावेदार
पंचायत चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे उम्मीदवार असमंजस में दिखाई दे रहे हैं। शनिवार को आरक्षण की सूची का इंतजार करते रहे। वहीं दावेदार इस बात की प्रतीक्षा करते रहे कि जैसे ही आरक्षण सूची चस्पा की जाए, गांव की आरक्षण सीट तय होते ही वह तुरंत अपने गांव के मतदाताओं से मिलकर प्रचार-प्रसार शुरू करेंगे, लेकिन देर शाम तक सूची चस्पा नहीं होने से प्रत्याशी असमंजस में दिखाई दिए। डीपीआरओ रवि शंकर द्विवेदी ने बताया कि आरक्षण की सूची तैयार हो रही है। सूची फाइनल होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इंटरनेट मीडिया पर वायरल होती रही सूची
डीएम, सीडीओ, एएमओ जिला पंचायत व डीपीआरओ के काफी प्रयास के बाद भी शनिवार को आरक्षण की सूची देर शाम तक जारी नहीं हो सकी। वहीं इंटरनेट मीडिया में कई ब्लाकों की फर्जी सूची वायरल होती रही। फर्जी सूची देख दावेदारों में हलचल मच गई। जब वह ब्लाक के एडीओ पंचायत व अन्य से बात किए, तब जाकर उनको सच्चाई पता हुई। इसके बाद जाकर उनको राहत मिली। हालांकि पूरे दिन दावेदार ब्लाक व विकास भवन में जाकर सूची जारी होने की जानकारी लेते नजर आए।
300 से अधिक गांव आरक्षण से होंगे बाहर
न्यायालय द्वारा पंचायत चुनाव में आरक्षण लागू करने के आदेश से कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल देखा जा रहा है। आरक्षण सूची जारी होने के बाद आरक्षित गांवों में दावेदार जिस तरह से मैदान में उतरकर जोरों से प्रचार-प्रसार में जुटे हुए थे, वहीं न्यायालय के अचानक आदेश से उनमें संशय का माहौल देखा जा रहा है। फिलहाल ग्राम पंचायतवार आरक्षण की सूची तैयार हो रही है। सूची तैयार होने के बाद ही पूरी तस्वीर साफ हो सकेगी। सूत्रों के अनुसार 300 से 400 ग्राम पंचायतों की सीट आरक्षण के दायरे से बाहर हो सकती है। वहां पर ओबीसी व अनुसूचित सीट किए जाने की तैयारी चल रही है।