प्रतापगढ़ में क्रय केंद्रों पर दावों के इतर है व्यवस्था, कैसे मिलेगी किसानों को सहूलियत
भवन जर्जर होने से उसमें रखे गए यूरिया आदि खाद सीलन की वजह से खराब हो जाते हैं। केंद्र के चारों ओर गंदगी का अंबार है। परिसर घास व कूड़े से पट गया है। हैंडपंप की व्यवस्था न होने से किसानों को खुद पानी की व्यवस्था करनी पड़ती है।
प्रतापगढ़,जेएनएन। भले ही धान की फसल तैयार होने में अभी वक्त है, लेकिन अभी से ही जिला प्रशासन धान की खरीद करने को लेकर सारी तैयारियां शुरू कर दी है। क्रय केंद्रों का चयन भी हो गया है। सरकार किसानों को तमाम सुविधाएं देने का दावा करती है, लेकिन हकीकत में उनको मिलती नहीं है। इस बार भी किसानों को क्रय केंद्र पर मिलने वाली सुविधाओं से वंचित होना पड़ेगा।
न धूप बचने का इंतजाम न पीने के पानी की व्यवस्था
हम बात कर रहे हैं कि साधन सहकारी समिति फेनहा की। केंद्र का भवन इस कदर जर्जर हो गया है कि देखने से लगता है कि कभी भी ढह सकता है। भवन जर्जर होने से उसमें रखे गए यूरिया आदि खाद सीलन की वजह से खराब हो जाते हैं। केंद्र के चारों ओर गंदगी का अंबार है। परिसर घास व कूड़े से पट गया है। हैंडपंप की व्यवस्था न होने से किसानों को खुद पानी की व्यवस्था करनी पड़ती है। धूप से बचने का कोई व्यवस्था नहीं है। एक बात तो तय है कि धान विक्रय करने आने वाले किसानों को इस बार भी समस्याओं से जूझना पड़ेगा। केंद्र पर पानी की व्यवस्था नही है। क्रय केंद्र फेनहा पर अव्यवस्था के चलते क्षेत्र के किसान विक्रय करने से पहले ही दूरी बना रहे हैं। किसानों के मुताबिक यहां पर पानी आदि की सुविधाएं न होने से आसपास के केंद्रों पर धान विक्रय करने का इरादा बनाया है। गेहूं विक्रय करने के दौरान अव्यवस्थाओं से किसान केंद्र के कर्मियों से खफा हैं।
अफसरों का दावा, किसानों को क्रय केंद्र पर नहीं होगी कोई परेशानी
एआर कोआपरेटिव अमित कुमार पांडेय ने बताया कि क्रय केंद्र पर धान की खरीद के दौरान सभी सुविधाओं से लैस किया जाएगा। किसानों को मिलने वाली सुविधाओं का हर ख्याल रखा जाएगा। केंद्र पर जो दिक्कतें हैं, उसे जल्द ही दूर कर लिया लाएगा।