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UPRTOU: ​​​​​आज से 14 अगस्त तक प्रदेश भर में मुक्त विश्वविद्यालय की परीक्षाएं, 80 हजार परीक्षार्थी होंगे शामिल

प्रश्न-पत्रों की समयावधि डेढ़ घंटे रखी गई है। एक विषय के सभी प्रश्न-पत्रों को समाहित करते हुए यथासंभव 60 प्रश्नों का एक प्रश्न-पत्र तैयार किया जाएगा। हालांकि एक प्रश्न-पत्र में अधिकतम तीन प्रश्न-पत्रों को ही समाहित किया जाएगा।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 06:40 AM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 06:40 AM (IST)
UPRTOU: ​​​​​आज से 14 अगस्त तक प्रदेश भर में मुक्त विश्वविद्यालय की परीक्षाएं, 80 हजार परीक्षार्थी होंगे शामिल
मुक्त विश्वविद्यालय के अंतिम सेमेस्टर और अंतिम वर्ष की परीक्षाएं होंगी

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के अंतिम सेमेस्टर और अंतिम वर्ष की परीक्षाएं तीन अगस्त से होने जा रही हैं। आनलाइन होने वाली परीक्षा में तकरीबन 80 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। 14 अगस्त तक परीक्षा कराई जाएगी।

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कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने बताया कि कोरोना की वजह से अंतिम सेमेस्टर और अंतिम वर्ष के शिक्षार्थियों को छोड़कर सभी को प्रोन्नत कर दिया गया है। सेमेस्टर और वार्षिक पद्धति के अंतर्गत संचालित सभी प्रमाण-पत्र, डिप्लोमा, स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अंतिम सेमेस्टर और अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने का निर्णय लिया गया था। शेष सेमेस्टर के शिक्षार्थियों को अगले सेमेस्टर में प्रोन्नत कर दिया गया। इसके अलावा स्नातक द्वितीय वर्ष के ऐसे शिक्षार्थी, जिन्हेंं प्रथम वर्ष में प्रोन्नत किया गया था और परिणाम द्वितीय वर्ष के अंक पर निर्धारित किया जाना था, ऐसे शिक्षार्थियों की भी परीक्षाएं कराई जाएंगी। परीक्षाएं बहुविकल्पीय एवं ओएमआर आधारित प्रश्नपत्र के माध्यम से कराई जाएंगी। प्रश्न-पत्रों की समयावधि डेढ़ घंटे रखी गई है। एक विषय के सभी प्रश्न-पत्रों को समाहित करते हुए यथासंभव 60 प्रश्नों का एक प्रश्न-पत्र तैयार किया जाएगा। हालांकि, एक प्रश्न-पत्र में अधिकतम तीन प्रश्न-पत्रों को ही समाहित किया जाएगा।

कोरोना संक्रमितों को दोबारा मौका

यदि कोरोना के चलते कोई शिक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाता है तो ऐसे शिक्षार्थी बगैर बैक शुल्क दिए परीक्षा में फिर हिस्सा ले सकेंगे। इसके अलावा जो शिक्षार्थी परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट रहते हैं, उन्हेंं आगामी परीक्षा में शामिल होकर अपने अंकों के सुधार करने का अवसर दिया जाएगा। यदि शिक्षार्थी दो प्रश्न-पत्रों में अनुत्तीर्ण रहते हैं तो अधिकतम छह अंक कृपांक प्रदान कर उत्तीर्ण किया जाएगा। यह व्यवस्था मात्र जून 2021 के सत्रांत परीक्षा में लागू रहेगी।


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