प्याज की कीमत फिर निकाल रहीं आंसू, 15 दिनों में प्याज के फुटकर व थोक रेट इतने बढ़े Prayagraj News
स्थानीय प्याज की फसल बर्बाद होने से इन दिनों मुंडेरा मंडी में नासिक की प्याज आ रही है। इसकी वजह से प्याज की जो कीमत एक पखवाड़ा पहले 24-25 रुपये से 27-28 रुपये किलो थी। उसी प्याज की कीमत अब बढ़कर 30 से 35 रुपये किलो तक पहुंच गई है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्याज की बढ़ती कीमत के कारण प्रयागराज के लोग परेशान हैं। उनकी आंखों से आंसू फिर निकालने लगी है। इससे रसोई का खर्च भी बढ़ गया है। पिछले एक पखवारा में प्याज की थोक कीमतों में करीब आठ से 10 रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई है। फुटकर में भी 12 से 15 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है। महंगी होने की वजह से प्याज आम लोगों की थाली से भी दूर होती जा रही है। अगर सरकार ने प्याज आयात नहीं किया तो अप्रैल के पहले रेट घटने के आसार नहीं हैं।
35 रुपये किलो बिकने वाली प्याज 50 रुपये किलो बिक रही
स्थानीय प्याज की फसल बर्बाद होने से इन दिनों मुंडेरा मंडी में नासिक की प्याज आ रही है। इसकी वजह से प्याज की जो कीमत एक पखवाड़ा पहले 24-25 रुपये से 27-28 रुपये किलो थी। उसी प्याज की कीमत अब बढ़कर 30 से 35 रुपये किलो तक पहुंच गई है। फुटकर में 30 से 35 रुपये किलो बिकने वाली प्याज 45 से 50 रुपये किलो बिक रही है।
अन्य सब्जियों की कीमतें लगभग स्थिर
रेट में इतनी ज्यादा वृद्धि होने से गृहणियों ने सब्जियों और सलाद में प्याज का इस्तेमाल बहुत कम कर दिया है। जबकि आम लोगों की थाली से प्याज दूर होती जा रही है। होटलों और ढाबों में सलाद में प्याज की जगह गाजर और खीरा दिया जा रहा है। अन्य सब्जियों की कीमतें लगभग स्थिर हैं। कोई खास कमी अथवा वृद्धि नहीं हुई है।
मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष बताते हैं
मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि सरकार प्याज का आयात करने वाली है। अगर आयात की तो रेट कम हो सकता है। अन्यथा अप्रैल में प्याज की नई फसल तैयार होने पर ही रेट कम होगा।