Move to Jagran APP

मौत का धागा काट रहा जिंदगी की डोर, प्रयागराज में चाइनीज मंझा में गर्दन फंसने से एक शख्स की मौत

इधर कई रोज से अक्सर लोग चाइनीज मंझा की जद में आकर जख्मी हो रहे थे लेकिन अब इसकी वजह से बेहद दुखद हादसा हो गया। लचर व्यवस्था और जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही ने एक शख्स की जान ले ली प्रतिबंध के बाद भी प्रशासन बिक्री रोकने में नाकाम है

By Ankur TripathiEdited By: Published: Thu, 29 Jul 2021 03:14 PM (IST)Updated: Thu, 29 Jul 2021 06:26 PM (IST)
मौत का धागा काट रहा जिंदगी की डोर,  प्रयागराज में चाइनीज मंझा में गर्दन फंसने से एक शख्स की मौत
प्रतिबंध के बावजूद चाइनीज मंझे की बिक्री और उसका इस्तेमाल फिर जान पर भारी पड़ा है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी पुलिस-प्रशासन खतरनाक चाइनीज मंझा की बिक्री पर रोक नहीं लगा पा रहा है और नतीजतन लोग इसकी चपेट में आकर जान गंवा रहे हैं। इधर कई रोज से अक्सर लोग चाइनीज मंझा की जद में आकर जख्मी हो रहे थे लेकिन अब इसकी वजह से बेहद दुखद हादसा हो गया। लचर व्यवस्था और जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही ने एक शख्स की जान ले ली। नए यमुना पुल पर मांझा की चपेट में आने से 38 वर्षीय तीरथ नाथ का गला जख्मी हो गया जिससे उसकी मौत हो गई। प्रतिबंध के बावजूद चाइनीज मंझे की बिक्री और उसका इस्तेमाल फिर जान पर भारी पड़ा है।

loksabha election banner

घूरपुर से शहर लौटते वक्त हो गई अनहोनी

सिविल लाइन थाना क्षेत्र के तेज बहादुर सप्रू रोड पर रहने वाले तीरथ नाथ पुत्र बृजलाल प्राइवेट काम करते थे। बताया जाता है कि बुधवार को वह किसी काम से घूरपुर गए थे। इसके बाद शाम को वापस बाइक से घर लौट रहे थे। नए यमुना पुल पर पहुंचे, तभी अचानक उनके गले में खतरनाक मंझा फंस गया। गला जख्मी होने पर आनन फानन उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी सांस थम गई। डाक्टरों ने बताया कि उनकी श्वांस नली में गहरा घाव हो गया था। तीरथ लाल की मौत से परिवार में मातम छा गया। इस घटना की खबर पाकर पहुंची पुलिस ने परिवार के लोगों से पूछताछ की। फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इस घटना से पहले भी नए यमुना पुल, अलोपी बाग फ्लाईओवर, हाई कोर्ट पानी टंकी आरओबी समेत कई स्थान पर चाइनीज मंझा की चपेट में आने से लोग गंभीर जख्मी हो चुकी है। हताहत हो चुके हैं। कुछ साल पहले चौफटका फ्लाई ओवर पर चाइनीज मंझा की चपेट में आने से डीआरएम कार्यालय में नियुक्त कालिंदीपुरम कालोनी निवासी महिला रेलकर्मी की भी मौत हो गई थी। नए यमुना पुल पर भी दोपहिया सवार लोग चाइनीज मंझा की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं। पिछले तकरीबन दस साल के दौरान प्रयागराज में नौ लोग मंझा की वजह से गर्दन कटने से काल के गाल में समा गए जबकि घायल होने वालों की संख्या तो सैकड़ों में हैं। इतने के बावजूद अब तीरथ नाथ की मौत ने अफसरों की कार्यशैली और मंझा की बिक्री पर प्रतिबंध को लेकर बरती जा रही लापरवाही को उजागर कर दिया है।

फोटो खिंचाने भर के लिए होती है छापेमारी

बड़ी संख्या में मौत और लोगों के घायल होने के बाद प्रदेश में चाइनीज मंझा की बिक्री पर हाई कोर्ट से पाबंदी के बाद भी शासन और पुलिस-प्रशासन आदेश का पालन कराने में पूर तरह नाकाम साबित हो चुका है। रोज-रोज लोग मंझा से घायल हो रहे हैं, मौत हो रही है और एसएसपी से लेकर थानेदार तक यही दावा करते रहते हैं कि छापेमारी होती है, बिक्री पर रोक लगाने का पूरा प्रयास हो रहा है। सच तो यह है कि पुलिस-प्रशासन को मौतों की जैसे फिक्र ही नहीं, छापेमारी का केवल दिखावा किया जाता है। छापेमारी से पहले मीडिया को फोनकर बुलाया जाता है और दो-तीन दुकानों पर फोटो खिंचाकर अभियान से पल्ला झाड़ लिया जाता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.