जनसंख्या नियंत्रण के लिए अखाड़ा परिषद की शारदीय नवरात्रि से 'एक संविधान-एक कानून मुहिम होगी शुरू
महंत नरेंद्र गिरि कहते हैं कि हर धर्म के लोग अपने धर्मगुरुओं की बात अधिक मानते हैं। इसके मद्देनजर हर धर्म के धर्मगुरुओं से संपर्क करके उनसे जनसंख्या नियंत्रण पर एक राय बनाने का प्रयास शुरू कर दिया गया है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। देश की बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए समय-समय पर आवाज उठती रही है। अब अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद भी उसके समर्थन में खड़ा हो गया है। अखाड़ा परिषद 'जनसंख्या नियंत्रण कानून राष्ट्र के लिए जरूरी बता रहा है। इसके समर्थन में अखाड़ा परिषद ने देशव्यापी 'एक संविधान-एक कानून मुहिम चलाने का निर्णय लिया है। हर प्रदेश में प्रवास करने वाले 13 अखाड़ों के महात्मा अभियान में शामिल होंगे। इसकी शुरुआत अक्टूबर महीने में शारदीय नवरात्रि की प्रतिप्रदा से होगी। प्रवचन, धार्मिक गोष्ठियों व परिचर्चा के जरिए बढ़ती जनसंख्या से होने वाली दिक्कतों पर प्रकाश डालेंगे। इसके जरिए हर धर्म के लिए समान कानून बनाने की मांग में हस्ताक्षर कराया जाएगा।
जाति विशेष की बढ़ती जनसंख्या से चिंतित
अखाड़ा परिषद देश में जाति विशेष की बढ़ती जनसंख्या से चिंतित है। वो चाहता है कि धर्म के आधार पर किसी को ज्यादा बच्चे पैदा करने की छूट नहीं मिलनी चाहिए, क्योंकि उससे सामाजिक असमानता की स्थिति उत्पन्न होगी। हर धर्म, वर्ग के लिए समान कानून होना चाहिए। इसके लिए अखाड़ों के उन महात्माओं को आगे किया जाएगा जो प्रवचन व धार्मिक गोष्ठियों में सक्रिय रहते हैं। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि धर्म के नाम पर जाति विशेष के लोगों को कई विवाह करके अनगिनत बच्चे पैदा करने की छूट है। यह अनुचित है, क्योंकि देश का संविधान एक है। संविधान से देश चल रहा है तो किसी को धर्म के नाम पर किसी प्रकार की छूट नहीं मिलनी चाहिए। इसी को लेकर आम जनमानस से संवाद करने को 'एक संविधान-एक कानूनÓ मुहिम चलाई जाएगी। हर अखाड़ों के महात्मा आमजन से सीधा संवाद करके जनसंख्या नियंत्रण कानून के फायदे बताने के साथ उनकी राय व हस्ताक्षर लिया जाएगा। मुहिम चैत्र नवरात्र 2022 तक चलेगी। फिर अखाड़ा परिषद की बैठक में अभियान की समीक्षा करके हस्ताक्षर पत्र प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री व समस्त प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को देकर कानून बनाने की मांग होगी।
धर्मगुरुओं से कर रहे संवाद
महंत नरेंद्र गिरि कहते हैं कि हर धर्म के लोग अपने धर्मगुरुओं की बात अधिक मानते हैं। इसके मद्देनजर हर धर्म के धर्मगुरुओं से संपर्क करके उनसे जनसंख्या नियंत्रण पर एक राय बनाने का प्रयास शुरू कर दिया गया है।
सीएम ने स्वीकारी परिषद की मांग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा धर्म स्थलों पर मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक लगाने के बयान का नरेंद्र गिरि ने समर्थन किया है। कहा कि अखाड़ा परिषद की यह पुरानी मांग है, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया।