फायरिंग और बमबाजी में एक अभियुक्त अजय मिश्र गिरफ्तार Prayagraj News
पूछताछ में अजय ने कबूल किया है कि वह घटना में शामिल था। उसके साथ मनीष समेत कई अन्य लड़के भी थे लेकिन किसी का नाम व पता नहीं जानता है।
प्रयागराज,जेएनएन : न्यू कटरा मुहल्ले में फायरिंग और बमबाजी के मामले में पुलिस ने सोमवार को एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया अभियुक्त अजय मिश्रा पुत्र राम आशीष मिश्रा अमेठी जिले के मुंशीगंज थाना क्षेत्र स्थित माधोपुर चक हतिया गांव का रहने वाला है। वह यादव लॉज में रहता था। वहीं, नामजद अभियुक्त मनीष तिवारी पुत्र हरिशंकर व अधिवक्ता वीरेंद्र उर्फ अनूप यादव समेत अन्य अभी फरार हैं। मनीष प्रतापगढ़ जिले के बाघराय थाना क्षेत्र स्थित बारो गांव का निवासी है। उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
उधर, घटना के बाद पुलिस की सख्ती पर यादव लॉज में रहने वाले तमाम छात्रों ने लॉज खाली कर दिया। सोमवार सुबह से ही छात्र अपना-अपना सामान बाहर निकालने लगे थे। अधिवक्ताओं और छात्रों से जुड़ा मामला होने के कारण मुहल्ले में तनाव व्याप्त है। बवाल की आशंका को देखते हुए घटना के दूसरे दिन भी फोर्स तैनात रही।
इंस्पेक्टर कर्नलगंज अरुण त्यागी का कहना है कि पूछताछ में अजय ने कबूल किया है कि वह घटना में शामिल था। उसके साथ मनीष समेत कई अन्य लड़के भी थे, लेकिन किसी का नाम व पता नहीं जानता है। पुलिस का कहना है कि मनीष शातिर अपराधी है। उसके खिलाफ सोरांव में हत्या व हत्या के प्रयास के मुकदमे दर्ज हैं। जबकि पार्षद के भाई वकील अनूप के खिलाफ तीन मुकदमे कर्नलगंज थाने में है। अनूप पर पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार की पिटाई करने का भी आरोप है। बता दें कि रविवार दोपहर न्यू कटरा के दिलकुशा पार्क के पास दरवाजे का पल्ला न लगाने पर बढ़ई जुनैद की कुछ लोग पिटाई कर रहे थे। बीच बचाव करने पर हमलावरों ने फायरिंग व बमबाजी की थी। गोली लगने से वकील मो. दाउद व बम के छर्रे लगने से छात्र बादल जख्मी हो गया था। मामले में दाउद की तहरीर पर मुकदमा लिखा गया है।
वकीलों ने घेरा एसएसपी कार्यालय :
कचहरी के कुछ वकीलों ने सोमवार सुबह एसएसपी कार्यालय का घेराव किया। अधिवक्ताओं का आरोप है कि फायरिंग व बमबाजी के मामले में अनूप यादव के खिलाफ मुकदमा लिखा गया, जबकि उनके परिजनों की तहरीर पर रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही है। वकीलों ने पुलिस पर एकपक्षीय कार्रवाई करने का आरोप लगाते हंगामा करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने समझाकर शांत करा दिया।