Delhi University की तर्ज पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय में परीक्षा की मांग, जानें- आखिर क्या है वजह
छात्रों ने अपने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि उन्होंने पूर्व में कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी से भी यह मांग की थी। हालांकि उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन को ऑफलाइन कॉपियां व इमेल से कॉपियां लेना पड़ा था।
प्रयागराज, जेएनएन। दिल्ली विश्वविद्यालय की तर्ज पर इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) की ऑनलाइन परीक्षा में अहम बदलाव कराने की मांग की गई है। छात्रों ने कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव को पत्र भेजकर उत्तर पुस्तिका वाट्सएप और ईमेल से भी जमा कराने की मांग की है। इससे परीक्षार्थियों को भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
कुलपति को छात्रों ने भेजा पत्र
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र अंकित समेत अन्य छात्रों ने कुलपति को भेजे गए पत्र में बताया है कि तीन अप्रैल से इविवि की परीक्षाएं दूसरी बार कराई जाएंगी। 18 मार्च को ऑनलाइन परीक्षा का डेमो वीडियो भी जारी कर दिया गया। छात्रों का कहना है कि गाइडलाइन के अनुसार छात्रों को पूर्व की भांति लिखने के बाद पीडीएफ बनाकर परीक्षा पोर्टल पर अपलोड करना है। यह प्रकिया जटिल प्रतीत होती है। क्योंकि न तो लिखना बड़ी बात है न ही पेपर प्राप्त करना। जबकि, प्रश्नपत्र अपलोड करना अत्यंत आवश्यक प्रकिया है, जिसे सरल बनाने की जरूरत है। तकनीकी समस्या इस प्रक्रिया में खलल डाल सकती है। ऐसे में विकल्प के तौर पर व्हाट्सएप और इमेल को भी डिलिवरी व अपलोड प्रकिया में शामिल किए जाने की मांग की गई है।
कार्यवाहक कुलपति ने ठुकरा दिया था प्रस्ताव
छात्रों ने अपने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि उन्होंने पूर्व में कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी से भी यह मांग की थी। हालांकि, उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन को ऑफलाइन कॉपियां, पोस्ट से कॉपियां व इमेल से कॉपियां लेना पड़ा था। यही वजह है कि परीक्षा में तमाम दिक्कतें आईं थीं।
इविवि प्रशासन ने स्पष्ट कर दी मंशा
इसी बीच इविवि प्रशासन ने भी अपनी मंशा स्पष्ट कर दी। परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर रमेंद्र कुमार सिंह की तरफ से हाल में नोटिफिकेशन जारी किया गया। इसमें कहा गया कि उत्तर पुस्तिका केवल इविवि के पोर्टल पर ही मान्य होगा।