बिजली कनेक्शन का आवेदन निरस्त करने वाले अफसरों को अब बताना होगा कारण
ओएसडी ने साफ तौर पर अधिकारियों से कहा है कि कोई भी आवेदन निरस्त नहीं होना चाहिए। अगर किसी आवेदन को निरस्त किया जाता है तो उसकी ठोस वजह बतानी होगी। प्रमाण देना होगा। आवेदन में कोई गलती है तो आवेदनकर्ता को बुलाकर इसमें सुधार कराएं और कनेक्शन दें।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। आनलाइन बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन करने वालों को अब भटकने की जरूरत नहीं है। नए कनेक्शन के लिए आने वाले आवेदन को निरस्त करने पर अफसरों को जवाब देना होगा। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई भी होगी। जिस डिवीजन में सबसे अधिक आवेदन निरस्त होंगे, वहां के अधीक्षण अभियंताओं तक को स्पष्टीकरण देना होगा। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के पूर्व वाणिज्य निदेशक व प्रबंध निदेशक के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) ओपी दीक्षित की इस चेतावनी के बाद अधिकारियों में खलबली मच गई है।
झटपट योजना के तहत चार दिन में नया बिजली कनेक्शन देने के निर्देश
नए कनेक्शन के लिए झटपट पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करने की सुविधा है। प्रतिदिन नए कनेक्शन के लिए लोग आवेदन करते हैं, लेकिन इसमें आधे से अधिक निरस्त कर दिए जाते हैं। किसी के मकान नंबर पर बकाया बताया जाता है तो किसी से कहा जाता है कि एक मकान में दूसरा कनेक्शन लेने के लिए शपथ पत्र लाना होगा। यही नहीं, मामूली गलती पर भी आवेदन पत्र निरस्त कर दिए जाते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। ओएसडी ने साफ तौर पर अधिकारियों से कहा है कि कोई भी आवेदन निरस्त नहीं होना चाहिए। अगर किसी आवेदन को निरस्त किया जाता है तो उसकी ठोस वजह बतानी होगी। प्रमाण देना होगा। आवेदन में अगर कोई गलती है तो आवेदनकर्ता को बुलाकर इसमें सुधार कराएं और कनेक्शन दें।
ये होती हैं गलतियां
- घरेलू कनेक्शन की जगह वाणिज्यिक भर देते हैं।
- घर के पते में गड़बड़ी कर देते हैं।
- अंग्रेजी में नाम भरते समय स्पेलिंग गलत हो जाती है।
- कनेक्शन के संबंध में सही कागजात अपलोड नहीं करते।
- कितने किलोवाट का कनेक्शन चाहिए, ये भी नहीं भरते।
- आधारकार्ड का नंबर भरते समय गलती कर बैठते हैं।
वर्जन
आवेदन करने के चार दिन में ही नया कनेक्शन मिल जाएगा। अगर आवदेन में कोई गड़बड़ी है तो सप्ताह भर लग सकता है, लेकिन कोई भी आवेदन निरस्त नहीं होगा। अगर कोई अधिकारी ऐसा करता है तो उसकी जवाबदेही तय होगी। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई भी की जाएगी।
- ओपी दीक्षित, ओएसडी