Move to Jagran APP

पोषण ट्रैकर एप रोकेगा आंगनबाड़ी केंद्रों का फर्जीवाड़ा, इसी एप पर लाभार्थियों का डाटा फीड होगा

प्रतापगढ़ के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि पोषण ट्रैकर एप को लांच करने का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की गतिविधियों पर निगरानी रखना है। उससे संबंधित सभी सेवा नागरिकों तक आसानी से प्रदान करना है। पोषण ट्रैकर एप के माध्यम से कुपोषण जैसी गंभीर बीमारियों की मैपिंग होगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 04:05 PM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 04:05 PM (IST)
पोषण ट्रैकर एप रोकेगा आंगनबाड़ी केंद्रों का फर्जीवाड़ा, इसी एप पर लाभार्थियों का डाटा फीड होगा
आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के नाम पर अब फर्जीवाड़ा नहीं हो सकेगा। इसे रोकने की कवायद जारी है।

प्रयागराज, [रमेश त्रिपाठी]। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के नाम पर अब फर्जीवाड़ा नहीं हो सकेगा। नई व्यवस्था में अब पोषण ट्रैकर एप पर ही आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों के नाम दर्ज करने होंगे। इसी के हिसाब से विभाग की ओर से पोषाहार भेजा जाएगा। इससे किसी भी केंद्र में फर्जी बच्चे का नाम दर्ज नहीं हो सकेगा। इसी के साथ बच्चों को दिया जाने वाले पोषाहार का भी रिकार्ड रहेगा।

loksabha election banner

विभाग ने एप पर ला‍भार्थियों की फीडिंग का दिया निर्देश

शासन ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निश्शुल्क मोबाइल दिया है। इसमें पोषण ट्रैकर एप पर लाभार्थियों की फीडिंग करने को कहा गया है। हालांकि प्रतापगढ़ में अधिकांश कार्यकर्ताओं ने अभी तक लाभार्थियों को इसमें अपलोड नहीं किया है। विभाग ने सख्ती बरतते हुए ऐसा न करने वालों का मानदेय रोकने का निर्देश दिया है।

प्रतापगढ़ में 252 आंगनबाड़ी केंद्र हैं

जिले में तीन हजार 252 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इतनी ही कार्यकर्ता इन केंद्रों पर कार्य कर रहे हैं। अब तक बच्चों की संख्या रजिस्टर में दर्ज होती थी। रजिस्टर में दर्ज नाम का वेरिफिकेशन विभाग की ओर से नहीं किया जाता था। इस कारण से इसमें घालमेल की संभावना अधिक रहती थी। कई केंद्रों पर बच्चों के नाम ज्यादा रहते थे तो कहीं कम। स्थल वेरिफिकेशन के बाद अधिकारियों की ओर से की गई मानीटरिंग के बाद इस बात को शासन के समक्ष रखा गया।

आंगनबाड़ी केंद्रों में वर्कर मैनुअल काम कर रहीं

आंगनबाड़ी केंद्रों में वर्कर मैनुअल काम कर रही हैं। इसके लिए 11 रजिस्टर मेंटेन करने होते हैं। इसके लिए रजिस्टर में काम करने में अधिक समय लगता है। इस रजिस्टर में बच्चों का वजन, पोषाहार, गर्भवती महिलाओं का रिकॉर्ड रखा जाता है। अब यह कार्य एप पर ही किया जाएगा। इससे समय की भी बचत होगी। इसी के साथ बच्चों के वजन, पोषाहर, स्वास्थ्य की जानकारी भी एप पर ही देनी होगी। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को पोषाहार उपलब्ध कराया जाता है। वहीं गर्भवती महिलाओं व धात्री महिलाओं को भी पौष्टिक आहार के लिए अनाज दिया जाता है।

प्रतापगढ़ के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने यह कहा

प्रतापगढ़ के जिला कार्यक्रम अधिकारी पवन यादव ने कहा कि पोषण ट्रैकर एप को लांच करने का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की गतिविधियों पर निगरानी रखना है। उससे संबंधित सभी सेवा नागरिकों तक आसानी से प्रदान करना है। पोषण ट्रैकर एप के माध्यम से कुपोषण जैसी गंभीर बीमारियों की भी मैपिंग की जाएगी। इस एप से कागजी कार्यों को खत्म करने में सहायता मिलेगी। जिले के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता निश्शुल्क दिए गए मोबाइल पर इसे अपलोड कर कार्य करें। ऐसा न करने वालों का मानदेय रोका जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.